N1Live National इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चर्चा के राघव चड्ढा ने राज्यसभा में दिया नोटिस
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इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चर्चा के राघव चड्ढा ने राज्यसभा में दिया नोटिस

Raghav Chadha gives notice in Rajya Sabha to discuss the arrest of ISKCON priest Chinmoy Krishna Das

नई दिल्ली, 29 नवंबर । आम आदमी पार्टी (आप) सांसद राघव चड्ढा ने बांग्लादेश में हिंदुओं पर अत्याचार और इस्कॉन पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी पर चर्चा के लिए राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दिया है।

आम आदमी पार्टी ने इस्कॉन के पूर्व पुजारी चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी की निंदा की है। आप ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि वह पड़ोसी देश में इस्कॉन भक्तों और व्यापक हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बांग्लादेशी अधिकारियों के साथ बातचीत करें।

गुरुवार को वरिष्ठ आप नेता मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी पुजारियों से मिलने और उन्हें अपना समर्थन देने के लिए इस्कॉन मंदिर गए।

वहीं आम आदमी पार्टी के सांसदों ने दिल्ली में बिगड़ती कानून व्यवस्था का आरोप लगाते हुए संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। वहीं आप राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने शुक्रवार को नियम 267 के तहत राज्यसभा में सस्पेंशन ऑफ बिजनेस नोटिस दाखिल किया। जिसमें राष्ट्रीय राजधानी में बढ़ते अपराध ग्राफ पर चर्चा करने की मांग की गई है।

राज्यसभा महासचिव को दिए गए प्रस्ताव में आप सांसद ने लिखा कि मैं आपका ध्यान देश की राजधानी में बढ़ते अपराध की ओर आकर्षित करना चाहता हूं। प्रधानमंत्री, मंत्री, विदेशी राजदूत और दोनों सदनों के सांसद दिल्ली में रहते हैं। देश की राजधानी अपराध की राजधानी बन गई है।

हिंदू नेता चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी की बांग्लादेश में गिरफ्तारी को लेकर केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने संयुक्त राष्ट्र संघ से हस्तक्षेप की मांग की है। मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि वहां की सरकार चरमपंथियों के दबाव के आगे झुक गई है। बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र संघ को हस्तक्षेप करना चाहिए।

विश्व हिंदू परिषद (विहिप) का मानना है कि विश्व समुदाय इन सब घटनाओं को संज्ञान में ले और बांग्लादेश के प्रशासन पर हिंदुओं के उत्पीड़न को रोकने का दबाव बनाए।

विहिप ने कहा कि हम इस्कॉन के मुख्य पुजारी चिन्मय कृष्ण दास प्रभु की रिहाई की मांग करते हैं और बांग्लादेश सरकार से किसी भी हिंदू नेता, हिंदू पुजारी या धार्मिक गुरु को बिना किसी कारण के गिरफ्तार करने की मानसिकता से बचने की अपेक्षा करते हैं।

उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में तख्तापलट की कोशिश के दौरान जारी हिंसा में कई हिंदू समुदाय के लोग भी चपेट में आए हैं। इसके खिलाफ प्रदर्शन करने को लेकर इस्कॉन के चिन्मय कृष्ण दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है।

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