केंद्रीय मंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोला, जिन्होंने भाजपा और चुनाव आयोग पर महाराष्ट्र चुनावों में गड़बड़ी का आरोप लगाया था।
आरोपों को निराधार बताते हुए मनोहर लाल ने कहा, “राहुल गांधी न तो काम करना जानते हैं और न ही पार्टी चलाना जानते हैं। यह कहावत की तरह है – ‘नाच न जाना, आंगन टेढ़ा’ (जो नाचना नहीं जानता, वह फर्श को दोष देता है)।”
रविवार को मोदी सरकार के 11 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यशाला के दौरान मीडियाकर्मियों से बातचीत करते हुए खट्टर ने कहा कि राहुल गांधी के पास कोई ठोस कार्यक्रम या एजेंडा नहीं है। जब वह कुछ हासिल करने में विफल होते हैं, तो वह अपने काम पर ध्यान देने के बजाय दूसरों की ओर देखना शुरू कर देते हैं।
उन्होंने कहा, “उनकी सोच दयनीय है। बिना किसी तथ्यात्मक आधार के आरोप लगाने की आदत उनकी पहचान बन गई है। लोगों ने उनकी असलियत पहचान ली है और अब उनके शब्दों का कोई महत्व नहीं रह गया है।”
कांग्रेस के हालिया संगठनात्मक प्रयास और राहुल गांधी द्वारा राजनीतिक रणनीति में तीन घोड़ों के संदर्भ के बारे में पूछे जाने पर मनोहर लाल ने एक और तंज कसते हुए कहा, “जो व्यक्ति असली घोड़ों का महत्व भी नहीं समझता, वह अब पार्टी कार्यकर्ताओं की तुलना घोड़ों से कर रहा है। अपने ही कार्यकर्ताओं के लिए इस तरह की ओछी भाषा का इस्तेमाल उसकी मानसिकता को दर्शाता है। अगर कोई नेता घर में ही अपनी टीम का अपमान करता है, तो वह समाज को किस तरह की प्रेरणा दे सकता है?”
उन्होंने कांग्रेस को पुनर्जीवित करने में भी मदद की पेशकश की। “मैंने पहले भी कहा है – अगर वे खुद ऐसा करने में असमर्थ हैं, तो हम उनकी पार्टी को पुनर्जीवित करने में उनकी मदद करेंगे।”
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