कांग्रेस सांसद राहुल गांधी बिहार की एक दिवसीय यात्रा पर हैं। उनके बिहार दौरे को पूर्णिया सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने राजनीतिक नहीं माना। उन्होंने कहा कि राहुल बिहार में दलितों के अधिकार की बात करने आए हैं।
पप्पू यादव ने आरोप लगाया कि ‘शिक्षा न्याय संवाद’ में भाग लेने जा रहे छात्रों को भी दरभंगा में प्रवेश नहीं करने दिया गया। उन पर एसडीओ और डीएसपी ने आतंकी कार्रवाई की है। इसलिए इनको सस्पेंड किया जाना चाहिए।
सांसद के मुताबिक, ‘ राहुल से भाजपा को खौफ और डर है’, इसलिए उनके कदमों को रोकना चाहती है।
पप्पू यादव ने राहुल के दौरे को दबे कुचले लोगों की हिस्सेदारी से जोड़ा। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी उस वर्ग और समाज के लिए बिहार आए जिनको आजादी के बाद से आज तक जो हिस्सेदारी आर्थिक रूप से मिलनी चाहिए थी वो नहीं मिली। इस वर्ग को मंडल कमीशन के बाद भी न्याय नहीं मिला है।
आईएएनएस से बातचीत में पूर्णिया सांसद ने कहा, “यह सच्चाई है कि राहुल गांधी देश की उम्मीद हैं । 11 साल से जिसकी सामाजिक, राजनैतिक,आर्थिक आजादी छीन ली गई है, उसके हक के लिए लड़ रहे हैं। वह पीड़ित, किसान, युवा और गरीब की आवाज हैं। राहुल गांधी सिस्टम के खिलाफ विद्रोही हैं । बिहार में आम आदमी की हिस्सेदारी, भागीदारी और जिम्मेदारी को तय करने के लिए यह कार्यक्रम तय किया गया।”
उन्होंने सवाल किया कि भाजपा को इससे इतनी नफरत क्यों है? क्या राहुल गांधी आतंकवाद गतिविधि या देश विरोधी गतिविधि में हैं। राहुल को सत्ता का खेल नहीं खेलना है। उनको पूरी दुनिया देख रही हैं,भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा ।
कांग्रेस के अनुसार, शिक्षा न्याय संवाद’ पार्टी का नया जनसंपर्क अभियान है। इसका उद्देश्य बिहार में शिक्षा व्यवस्था की खराब स्थिति को उजागर करना है। दावा किया जा रहा है कि शिक्षा संवाद में मिले फीडबैक के आधार पर कांग्रेस न्याय पत्र तैयार करेगी और इसे बिहार चुनाव के घोषणापत्र में शामिल करेगी।
कांग्रेस ने पहली बार ‘शिक्षा न्याय संवाद’ का आयोजन किया है। संवाद कार्यक्रम बिहार में डेढ़ महीने चलेगा।