महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने बुधवार को मनसे प्रमुख राज ठाकरे से मुलाकात की। दोनों के बीच हुई मुलाकात पर महाराष्ट्र की राजनीति में चर्चा तेज होने लगी है कि दोनों नेता बीएमसी चुनाव में एक साथ आ सकते हैं। दोनों नेताओं की मुलाकात पर मनसे नेता बाला नंदगांवकर ने बताया कि यह मुलाकात चुनावी नहीं थी। वह राज ठाकरे से मिलने आए थे और उन्होंने दो मुख्य मुद्दों पर चर्चा की।
आईएएनएस से बातचीत में मनसे नेता बाला नंदगांवकर ने स्पष्ट किया कि बच्चू कडू और राज ठाकरे की मुलाकात में किसानों और दिव्यांगों के मुद्दों पर चर्चा हुई है, न कि यह बीएमसी चुनाव के लिए कोई रणनीतिक मुलाकात थी।
उन्होंने कहा कि वह पहले से ही कर्जमाफी के लिए आंदोलन चला रहे हैं और हमने उस लड़ाई में उनका पूरा समर्थन किया था। मैं खुद भी उनकी पदयात्रा में शामिल हुआ था। मराठवाड़ा में उनकी पदयात्रा शुरू होने वाली है। इस पदयात्रा में राज ठाकरे को शामिल होना चाहिए, ऐसा उन्होंने अनुरोध किया है।
उन्होंने कहा कि अगर वहां एक सभा हो जाएगी तो किसानों के लिए अच्छा होगा।
बीएमसी चुनाव में मनसे और उनके संगठन के एक साथ आने पर उन्होंने कहा कि हर बात को चुनाव से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। चुनाव आएंगे और जाएंगे, जहां तक किसानों, कामगारों की बात है या फिर किसी की भी समस्या हो, हमारे लिए वह पहले महत्वपूर्ण है। हालांकि, दोनों नेताओं के बीएमसी चुनाव में साथ आने पर उन्होंने कहा कि जब चुनाव आएंगे तो देखा जाएगा।
पूर्व मंत्री बच्चू कडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट किया। पोस्ट में उन्होंने लिखा, “मैंने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे से शिवतीर्थ स्थित उनके आवास पर मुलाकात की। इस बैठक में किसानों के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा हुई। राज साहब के मार्गदर्शन में किसानों को राहत पहुंचाने के लिए आगामी आंदोलन की दिशा, नीतियों और मांगों पर मंथन किया गया। मराठवाड़ा से शुरू होने वाली ऋण माफी यात्रा के लिए राज ठाकरे को औपचारिक निमंत्रण दिया गया। उन्होंने इस पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। इस बैठक के माध्यम से किसानों के अधिकारों के लिए हर स्तर पर लड़ने का दृढ़ संकल्प एक बार फिर उजागर हुआ।”