राजस्थान के अजमेर में रविवार को तीन किलोमीटर लंबी विशेष ‘सिंदूर यात्रा’ निकाली गई। इस यात्रा में महिलाओं ने सैनिकों के सम्मान में सिंदूरी ड्रेस पहनी हुई थी।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सफलता से पूरे देश में जोश और उत्साह का माहौल है। देश बहादुरी के लिए भारतीय सेना को सलाम कर रहा है। अजमेर शहर में एक विशेष ‘सिंदूर यात्रा’ का आयोजन किया गया। इस यात्रा में भारी संख्या में महिलाओं ने भाग लिया। यह यात्रा तीन किलोमीटर लंबी थी। इसमें भाग लेने वाली सभी महिलाओं के लिए लाल रंग का ड्रेस कोड अनिवार्य किया गया था। ‘सिंदूर यात्रा’ की शुरुआत जीसीए कॉलेज से हुई और विभिन्न मार्गों से होते हुए राजा सर्कल चौराहे पर समाप्त हुई।
यात्रा की शुरुआत भारत माता की भव्य आरती और रंग-बिरंगी आतिशबाजी के साथ की गई। इस दौरान महिलाओं ने कलश में सिंदूर भरकर सैनिकों के सम्मान में समर्पित किया। यह आयोजन देशभक्ति, एकजुटता और वीर सैनिकों के सम्मान में महिलाओं की भावनाओं के प्रतीक के रूप में था।
महिलाओं ने बताया, पहलगाम में 22 तारीख को हुई आतंकी घटना ने पूरे नारी समाज को झकझोर कर रख दिया है। आतंकवादियों ने महिलाओं के सौभाग्य पर प्रहार किया, लेकिन भारतीय सेना ने अपने साहस और पराक्रम से आतंकियों का सफाया कर दिया। इसी वीरता और बलिदान के सम्मान में यह ‘सिंदूर यात्रा’ निकाली गई।
समापन स्थल पर भी भारत माता की आरती और भव्य आतिशबाजी का आयोजन हुआ। सभी महिलाओं ने एक स्वर में सेना के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए आभार प्रकट किया और भविष्य में किसी भी संकट की घड़ी में सेना के साथ खड़े रहने का संकल्प लिया। इस यात्रा ने न केवल देशभक्ति की भावना को प्रकट किया, बल्कि महिलाओं की सामाजिक एकजुटता और राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाया। यह आयोजन अजमेर के सामाजिक और सांस्कृतिक इतिहास में एक प्रेरणादायक उदाहरण के रूप में दर्ज हुआ।