जयपुर, 4 सितम्बर । राजस्थान में छात्राओं को दी जाने वाली साइकिलों का रंग बदल दिया गया है। अब नौवीं कक्षा में पढ़ने वाली करीब चार लाख छात्राओं को भगवा रंग की साइकिलें दी जाएंगी। पहले काले रंग की साइकिलें दी जाती थीं।
अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि राज्य की भाजपा सरकार ने इसके लिए टेंडर जारी कर दिए हैं और छात्राओं को जल्द ही नई नारंगी साइकिलें मिलेंगी।
इससे पहले अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के दौरान छात्राओं के लिए काले रंग की साइकिलें वितरित की जाती थीं। लेकिन पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद अब ‘नारंगी’ रंग की साइकिलों के लिए टेंडर जारी किए गए हैं।
राजस्थान सरकार ने सबसे पहले 2011 में मुफ्त साइकिल योजना का प्रस्ताव रखा था। इस कार्यक्रम को सरकारी स्कूलों में नौवीं कक्षा की शिक्षा पूरी करने वाली लड़कियों को साइकिल प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था, ताकि उनकी शिक्षा तक पहुंच को आसान बनाया जा सके।
विशेष रूप से, वसुंधरा राजे (2013-2018) के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के कार्यकाल के दौरान छात्राओं को भगवा रंग साइकिलें मिली थीं। लेकिन 2018 में अशोक गहलोत के नेतृत्व में राजस्थान में कांग्रेस की सरकार बनने के बाद साइकिलों को रंग काला हो गया।
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने आईएएनएस को बताया, नारंगी रंग ऊर्जा, बहादुरी और सकारात्मकता का प्रतीक है।
दिलावर ने कहा, “यह सूर्योदय का भी पर्याय है। जब हमारा देश आजाद हुआ, तो स्वतंत्रता सेनानियों ने भी यही रंग पहना था, जो कि वीरता का प्रतीक है। इसलिए हमने इसी रंग को चुना है।”
शिक्षा विभाग ने 22 जुलाई को साइकिल निर्माताओं से दरें आमंत्रित करते हुए ई-टेंडर जारी किया। शिक्षा निदेशक आशीष मोदी की अध्यक्षता में 27 जुलाई को प्री-बिड मीटिंग भी हुई। ई-टेंडर 13 अगस्त को खोला गया। अधिकारियों ने बताया कि सितंबर-अक्टूबर में विद्यार्थियों को साइकिलें वितरित की जाएंगी।
जयपुर में एक छात्रा के माता-पिता ने कहा, “राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने के चलन के बाद इस रेगिस्तानी राज्य में भी छात्राओं को वितरित की जाने वाली साइकिलों का रंग बदल रहा है।”