रेवाड़ी, 31 अगस्त राजस्थान में विपक्ष के नेता एवं पूर्व मंत्री टीका राम जूली के छोटे भाई मुकेश जूली यहां बावल (आरक्षित) विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस टिकट के लिए दावेदारी कर रहे हैं।
पड़ोसी अलवर जिले (राजस्थान) के काठूवास गांव से ताल्लुक रखने वाले मुकेश मतदाताओं से वोट मांगने के लिए बावल क्षेत्र के गांवों में जनसंपर्क कार्यक्रम भी चला रहे हैं।
38 वर्षीय जूली ने द ट्रिब्यून से कहा, “मैं बचपन से ही हरियाणा के लोगों से जुड़ा हुआ हूं। मैंने भिवानी के एक कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की है और लंबे समय से रेवाड़ी क्षेत्र में व्यवसाय भी कर रहा हूं। मुझे राजनीति विरासत में मिली है क्योंकि मेरे पिता हमारे गांव के सरपंच थे और मेरे बड़े भाई टीका राम जूली राजस्थान की राजनीति में काफी सक्रिय हैं। अगर मुझे कांग्रेस का टिकट मिलता है तो यह मेरा पहला चुनाव होगा।”
उन्होंने दावा किया कि बावल विधानसभा क्षेत्र के लोग भाजपा शासन के दौरान उपेक्षित महसूस कर रहे थे क्योंकि भाजपा उनकी शिकायतों का समाधान करने में विफल रही थी। लोगों की पीड़ा ने उन्हें उनकी आवाज को प्रमुखता से उठाने के लिए मैदान में उतारा है। जूली ने कहा, “मैंने कांग्रेस टिकट के लिए आवेदन किया है, लेकिन इस संबंध में फैसला पार्टी हाईकमान को करना है।”
सूत्रों ने दावा किया कि जूली दिल्ली में वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं से संपर्क कर टिकट के लिए पैरवी कर रहे थे और उन्हें पार्टी टिकट के लिए मजबूत दावेदारों में से एक माना जा रहा था।
जूली को छोड़कर 51 अन्य उम्मीदवार भी बावल से कांग्रेस का टिकट मांग रहे हैं और कई प्रमुख उम्मीदवार जनसंपर्क कार्यक्रम शुरू करने से पहले पार्टी की ओर से प्रत्याशियों की सूची का इंतजार कर रहे हैं। वे लगातार दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से मिल रहे हैं।
पूर्व मंत्री एमएल रंगा और जसवंत सिंह, नीलम भगवारिया चंदर, अमृत कलां टिकानिया कांग्रेस टिकट के दावेदारों में शामिल हैं।
जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी मंत्री डॉ बनवारी लाल बावल से भाजपा विधायक हैं। वे 2019 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में यहां से दूसरी बार निर्वाचित हुए थे। उस चुनाव में लाल ने कांग्रेस के एमएल रंगा को 32,245 मतों से हराया था।