बेंगलुरु, 27 फरवरी । कर्नाटक में मंगलवार को राज्यसभा की चार सीटों पर वोटिंग जारी है। बीजेपी सांसद सुरेश कुमार पहले मतदाता थे, जिन्होंने विधानसभा के रूम नंबर 106 में वोट डाला। वोटिंग शाम चार बजे तक जारी रहेगी और इसके बाद काउंटिंग का सिलसिला शुरू होगा।
इस बीच कांग्रेस विधायकों को होटल से विधानसभा में बस से वोट डालने के लिए लाया गया। इस बस में निर्दलीय विधायक लता मल्लिकार्जुन और सर्वोदय पार्टी की एमएलए दर्शन पुत्तनयाह सवार थे।
वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बी. वाय. विजयेंद्र और विपक्ष के नेता आर अशोक भी वोट डालने विधानसभा पहुंचे। बता दें कि बीजेपी और जेडी(एस) विधायक पहले ब्रेकफॉस्ट के लिए एकत्रित हुए और अब इसके बाद वोट डालने के लिए जाएंगे।
आर अशोक ने मंगलवार को विधानसभा परिसर के बाहर पत्रकारों से बात करते हुए कहा, “बीजेपी विधायकों के साथ एनडीए की ओर से चुनावी मैदान में उतारे गए जद(एस) नेता कुपेंद्र रेड्डी भी विजयी घोषित होंगे। बता दें कि बीजेपी के खाते में 46 वोट जाने की बात कही गई है। इसके अलावा कुछ वोट कुपेन्द्र रेड्डी के पक्ष में भी जाएगा। सभी बीजेपी विधायक पहुंच चुके हैं। वहीं, जेडीएस के विधायक भी कुछ देर में विधानसभा परिसर पहुंच रहे हैं।”
इस बीच जब आर अशोक से यह पूछा गया कि क्या वो पांचवे उम्मीदवार कुपेंद्र रेड्डी की जीत सुनिश्चित कर पाएंगे, तो इस पर उन्होंने कहा कि एक प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते मैंने और पूर्व सीएम एचडी कुमारस्वामी ने इस संदर्भ में बीती रात विस्तारपूर्वक चर्चा की थी कि अपने उम्मीदवारों की जीत कैसे सुनिश्चित की जाए।
आर अशोक ने कहा, “कुमारस्वामी ने कुपेंद्र रेड्डी की जीत सुनिश्चित करने के लिए रणनीति बनाई, जिन्हें जेडी(एस) की तरफ एनडीए उम्मीदवार के रूप में चुनावी मैदान में उतारा गया।”
वहीं, कुपेंद्र रेड्डी ने पत्रकारों से कहा, “हमारे पास 40 वोट हैं। सबसे पहले हम यह सुनिश्चित करेंगे कि सभी वोट पड़ जाएं। इसके बाद हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे वोट सुरक्षित रहें। वो किसी और की झोली में ना जाएं। हमने इस बारे में कांग्रेस विधायकों से निवेदन किया है कि वो हमारे पक्ष में ही वोट करें। खैर, अब यह देखना होगा कि वो हमारे पक्ष में वोट करते हैं की नहीं? बाकी सब भगवान के हाथ में है।”
क्रॉस वोटिंग को लेकर सवाल पूछे जाने पर डिप्टी सीएम शिवकुमार ने कहा, “राजनीति में सभी के पास एक सामान्य ज्ञान होता है। विधानसभा में उनका चयन हुए अभी सिर्फ आठ महीने ही हुए हैं। ऐसे में कोई भी विधायक भला क्यों अपना राजनीतिक जीवन खराब करेगा।”
इस बीच उन्होंने आरोप लगाया कि बीजेपी और जेडी(एस) वाले हमारे विधायकों को पैसों का प्रलोभन दे रहे हैं।
बता दें कि कांग्रेस ने पार्टी के कोषाध्यक्ष अजय माकन, राज्यसभा सांसद सैयद नसीर हुसैन और जी.सी. चन्द्रशेखर को चुनावी मैदान में उतारा है। भाजपा के वरिष्ठ नेता नारायण बंदगे और जद (एस) से कुपेंद्र रेड्डी ने राज्यसभा के लिए राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल किया था। पांचवें उम्मीदवार के रूप में कुपेंद्र रेड्डी को मैदान में उतारने से सत्तारूढ़ कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा पैदा हो गई है।
वहीं, पेचीदा स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिवकुमार ने निजी तौर पर मतदान प्रक्रिया की निगरानी करने का फैसला किया है। एक खुली मतपत्र प्रणाली के तहत प्रत्येक विधायक को अपना वोट डालने से पहले शिवकुमार को प्रस्तुत करना होगा।
कांग्रेस के पास 134 विधायक हैं, भाजपा के पास 66 और जेडीएस के पास 19 विधायक हैं। दो निर्दलीय और दो अन्य हैं। दोनों पक्षों को क्रॉस वोटिंग का डर सता रहा है।
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