नई दिल्ली, 7 जून । आरबीआई द्वारा रेपो रेट को यथावत रखने के साथ ही वित्तीय धोखाधड़ी को रोकने के लिए नया इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म लाने को लेकर इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स की ओर से केंद्रीय बैंक की सराहना की गई है।
पीएचडी चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री में मुख्य अर्थशास्त्री, डॉ. एसपी शर्मा ने कहा कि वैश्विक चुनौतियां अभी भी बनी हुई हैं। लेकिन, आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। फिलहाल हमें आने वाले समय में महंगाई को देखना होगा। अगर यह 4 प्रतिशत के आसपास आती है तो ब्याज दरों में कटौती की अधिक संभावना है।
मिराई एसेट्स इन्वेस्टमेंट मैनेजर्स के फिक्स्ड इनकम के सीआईओ महेंद्र कुमार जाजू का कहना है कि आरबीआई की ओर से ब्याज दर कम करने में कोई जल्दबाजी नहीं की गई है, क्योंकि मौजूदा समय में एनर्जी और खाने-पीने की चीजों के दाम में उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है। ब्याज दरों में कमी के लिए हमें आने वाले मानसून पर नजर रखना होगा। अच्छे टैक्स कलेक्शन के कारण चालू खाते घाटे की स्थिति अच्छी बनी हुई है। हमारा मानना है कि फिक्स्ड एसेट्स के लिए माहौल अच्छा बना हुआ है।
फिनटेक प्लेटफॉर्म साइनजी के सह-संस्थापक और सीईओ, अंकित रतन ने कहा कि आरबीआई फ्रॉड को कम करने के लिए एक मजबूत फीचर के डिजिटल पेमेंट इंटेलिजेंस प्लेटफॉर्म के साथ आया है। यह डिजिटल पेमेंट के सभी पक्षकारों की बेहद कम लागत पर धोखाधड़ी से रक्षा करने में मदद करेगा। इस शानदार कदम के लिए मैं आरबीआई को बधाई देता हूं।
एफपीएसबी इंडिया के सीईओ कृष्णा मिश्रा ने कहा कि आरबीआई द्वारा रेपो रेट को 6.5 प्रतिशत पर बरकरार रखा गया है। हमें इस मौके का इस्तेमाल लंबी अवधि की फाइनेंशियल प्लानिंग के लिए करना चाहिए।
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