नई दिल्ली, 3 फरवरी । लालकृष्ण आडवाणी ने भारत रत्न से सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हार्दिक धन्यवाद कहते हुए कहा है कि यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में उनके लिए सम्मान की बात है, बल्कि, यह उनके आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है।
लालकृष्ण आडवाणी ने अपने आपको भारत रत्न सम्मान से सम्मानित किए जाने की घोषणा पर बयान जारी कर कहा, “मैं अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं जो आज मुझे प्रदान किया गया है। यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान की बात है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों के लिए भी सम्मान है, जिनकी मैंने अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा करने का प्रयास किया।”
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ अपने जुड़ाव को याद करते हुए आडवाणी ने आगे कहा, “14 साल की उम्र में जबसे मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुआ, तब से मैंने केवल एक ही चीज़ इनाम में मांगा है, जीवन में मुझे जो भी कार्य सौंपा गया है, उसमें अपने प्यारे देश की समर्पित और निस्वार्थ सेवा करना। जिस चीज़ ने मेरे जीवन को प्रेरित किया है, वह आदर्श वाक्य है ‘इदं न मम’ – यह जीवन मेरा नहीं है। मेरा जीवन मेरे राष्ट्र के लिए है।”
आडवाणी ने दीनदयाल उपाध्याय और अटल बिहारी वाजपेयी को याद करते हुए आगे कहा, “आज मैं उन दो व्यक्तियों को कृतज्ञतापूर्वक याद करता हूं जिनके साथ मुझे करीब से काम करने का सम्मान मिला, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी। मैं अपनी पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों और अन्य लोगों के प्रति हृदय से आभार व्यक्त करता हूं, जिनके साथ मुझे सार्वजनिक जीवन में अपनी पूरी यात्रा के दौरान काम करने का सौभाग्य मिला। मैं अपने परिवार के सभी सदस्यों, विशेषकर अपनी प्रिय दिवंगत पत्नी कमला के प्रति भी अपनी गहरी भावनाएं व्यक्त करता हूं। वे मेरे जीवन में शक्ति और स्थिरता का सबसे बड़ा स्रोत रहे हैं।”
आडवाणी ने भारत रत्न घोषित किए जाने पर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को हार्दिक धन्यवाद देते हुए अपने बयान में यह भी कहा, “मुझे यह सम्मान प्रदान करने के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू जी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को मेरा हार्दिक धन्यवाद। हमारा महान देश महानता और गौरव के शिखर पर प्रगति करे।”
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