स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल ने हाल ही में नारायणगढ़ उपमंडलीय अस्पताल के दौरे के दौरान आयुष्मान लाभार्थियों के रिकॉर्ड का निरीक्षण किया और रिकॉर्ड बनाए रखने में लापरवाही बरतने के लिए एक डॉक्टर को निलंबित कर दिया।
उनके साथ स्वास्थ्य सेवाएं (कार्यक्रम) महानिदेशक कुलदीप सिंह, अंबाला के सिविल सर्जन डॉ. राकेश सहल और कई अन्य अधिकारी मौजूद थे। निरीक्षण के दौरान एसीएस ने पाया कि अस्पताल में आयुष्मान योजना के 60 मरीज थे, लेकिन रिकॉर्ड मेंटेन नहीं था, जिसके बाद अस्पताल में आयुष्मान भारत योजना के नोडल अधिकारी को निलंबित कर दिया गया।
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दवा स्टोर का निरीक्षण किया तथा डॉक्टरों और विभाग के अधिकारियों को मरीजों को सभी सुविधाएं तथा सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। अधिकारियों ने नारायणगढ़ में उपमंडल नागरिक अस्पताल के निर्माणाधीन भवन का भी निरीक्षण किया। अतिरिक्त मुख्य सचिव ने पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) के एक्सईएन को भवन के ग्राउंड फ्लोर का निर्माण 15 नवंबर तक पूरा करके स्वास्थ्य विभाग को सौंपने के निर्देश दिए।
जानकारी के अनुसार, सिविल अस्पताल में हर मंगलवार और शुक्रवार को पीजीआई की टीम भी आती है, लेकिन निरीक्षण के दौरान पीजीआई का कोई भी डॉक्टर मौजूद नहीं था। उन्होंने सिविल सर्जन अंबाला को इस बारे में पीजीआई के निदेशक से बात करने के निर्देश दिए।
आयुष्मान भारत कार्यालय, पंचकूला में तैनात पांच चिकित्सा अधिकारियों को भी नारायणगढ़ अस्पताल में ड्यूटी ज्वाइन करने के निर्देश दिए गए।