हमीरपुर के सांसद अनुराग ठाकुर ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल को पत्र लिखकर हिमाचल के सेब बागवानों की चिंता जताई है कि अमेरिका से आयातित सेब पर टैरिफ कम किया जा सकता है।
उन्होंने लिखा, “हिमाचल प्रदेश के सेब किसान अमेरिका से आयातित सेब पर टैरिफ में अनुमानित कमी को लेकर चिंतित हैं। भारत और अमेरिका के बीच चल रही व्यापार वार्ताओं को देखते हुए, इन किसानों को डर है कि टैरिफ में किसी भी तरह की कमी का उनकी आजीविका पर सीधा और व्यापक प्रभाव पड़ेगा।”
उन्होंने गोयल से आग्रह किया कि वे अमेरिका के साथ टैरिफ में कमी के लिए बातचीत करते समय इन किसानों और सेब की खेती से आजीविका चलाने वाले लोगों के संकट और हितों पर भी विचार करें।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में अमेरिका से आयात किए जा रहे सेब की लाल स्वादिष्ट किस्म हिमाचल प्रदेश के फल बाजार को प्रभावित कर रही है, क्योंकि भारत में उगाए जाने वाले सेब की तुलना में कई संघीय सहायता कार्यक्रमों के कारण अमेरिका में उत्पादन की लागत कम है। उन्होंने कहा, “टैरिफ में किसी भी और कमी की स्थिति में आयात शुल्क में भारी कमी आएगी, जो पहले से ही असमान प्रतिस्पर्धा को और खराब कर देगी। इससे हिमाचल प्रदेश में सेब का उत्पादन और भी प्रभावित होगा।”
अनुराग ने बताया कि हिमाचल प्रदेश देश में सेब उत्पादन में अग्रणी स्थान रखता है। उन्होंने कहा, “देश में सेब उत्पादन में हिमाचल प्रदेश का योगदान करीब 25 प्रतिशत है, जो सालाना करीब 6.5 लाख मीट्रिक टन है, जो वित्तीय दृष्टि से करीब 5,000 करोड़ रुपये है।”