कैनबरा, ऑस्ट्रेलिया में अक्षय ऊर्जा बिजली उत्पादन का सबसे सस्ता स्रोत बना हुआ है। इसका दावा सोमवार को देश के शीर्ष वैज्ञानिकों ने अपनी एक रिपोर्ट में किया। कॉमनवेल्थ साइंटिफिक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गनाइजेशन (सीएसआईआरओ) और ऑस्ट्रेलियन एनर्जी मार्केट ऑपरेटर (एईएनओ) ने 2021-22 के लिए वार्षिक जेनकॉस्ट रिपोर्ट प्रकाशित की है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह पाया गया कि उस समय की अवधि में वाइंड और सोलर सबसे सस्ता बिजली उत्पादन संचालन था। 2020-21 की तुलना में 2021-22 में अधिकतर तकनीके सस्ती थी। हालांकि, चेतावनी दी गई है कि अगले 12 महीनों में लागत में कमी आने की संभावना है।
अनुमान लगाया कि सोलर, वाइंड और बैटरी प्रौद्योगिकियां सस्ती होती रहेंगी। सीएसआईआरओ के मुख्य कार्यकारी लैरी मार्शल ने कहा कि जेनकॉस्ट रिपोर्ट में विस्तृत विश्लेषण से सरकार और उद्योग को ऑस्ट्रेलिया के अक्षय ऊर्जा का संचालन करने में मदद मिलेगी।
फेडरल डिपार्टमेंट ऑफ क्लाइमेट चेंज एंड एनर्जी द्वारा अप्रैल में प्रकाशित आंकड़ों के मुताबिक, 2021 में ऑस्ट्रेलिया के कुल बिजली उत्पादन में जीवाश्म ईंधन स्रोतों का 71 प्रतिशत हिस्सा था, जो 2020 में 76 प्रतिशत से कम है।
2021 में कुल उत्पादन का 51 प्रतिशत बिजली उत्पादन में कोयले का योगदान था, वहीं 12 प्रतिशत सोलर, 10 प्रतिशत वाइंड और 6 प्रतिशत हाइड्रो का योगदान रहा।
Leave feedback about this