हरियाणा महाविद्यालय प्राचार्य एवं शिक्षक महासंघ, यमुनानगर जोन, हरियाणा सेवानिवृत्त प्राचार्य एवं सरकारी सहायता प्राप्त महाविद्यालयों के शिक्षकों की एक बैठक जोनल अध्यक्ष डॉ. दलबीर सिंह की अध्यक्षता में जिमखाना क्लब, जगाधरी में आयोजित की गई।
महासंघ की गतिविधियों और सेवानिवृत्त प्राचार्यों व प्राध्यापकों से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। क्षेत्रीय सचिव डॉ. निर्मल सिंह ने महासंघ द्वारा संचालित गतिविधियों की जानकारी सदस्यों को दी। डॉ. दलबीर सिंह ने कहा कि जहाँ सरकारी सहायता प्राप्त सेवानिवृत्त कर्मचारियों को 28 वर्ष की सेवा के बाद ही पूर्ण पेंशन लाभ मिलता है, वहीं सरकारी महाविद्यालयों में कार्यरत उनके समकक्षों को 20 वर्ष की सेवा के बाद पूर्ण लाभ मिलता है। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि सरकारी सहायता प्राप्त कर्मचारियों को भी 20 वर्ष की सेवा के बाद समान लाभ प्रदान किए जाएँ।
बैठक को संबोधित करते हुए, यमुनानगर ज़ोन की मुख्य संरक्षक डॉ. सुषमा आर्य ने सदस्यों से संगठन को मज़बूत बनाने के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। ज़ोन के संरक्षक डॉ. के.आर. भारद्वाज ने ज़ोर देकर कहा कि महासंघ का कानूनी प्रकोष्ठ संगठनात्मक मजबूती के साथ-साथ सदस्यों के लंबित अदालती मामलों पर भी तत्परता से काम करे।
डॉ. पीआर त्यागी ने काल्पनिक वेतन वृद्धि और अन्य मामलों पर अद्यतन जानकारी दी, जबकि सलाहकार समिति के संयोजक प्रोफेसर जेएस सोढ़ी ने शिक्षा विभाग के मंत्री और अधिकारियों के साथ सौहार्दपूर्ण समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
डॉ. रवीश चौहान ने सेवानिवृत्त सदस्यों को प्रोफेसर ग्रेड मिलना सुनिश्चित करने के महत्व को रेखांकित किया, जबकि डॉ. हुकुम सिंह ने कहा कि हालांकि पेंशन का भुगतान समय पर किया जा रहा है, लेकिन स्थायी समाधान तभी आएगा जब सरकार सीधे राजकोष से पेंशन भुगतान की व्यवस्था शुरू करेगी।