मारकंडा और सरस्वती नदियों में पानी के भारी बहाव के बाद कुरुक्षेत्र के उपायुक्त ने अधिकारियों और कर्मचारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं और कहा है कि कोई भी अधिकारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा।
उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि जलभराव व बाढ़ की संभावना को देखते हुए अधिकारी व कर्मचारी अलर्ट मोड पर रहेंगे तथा कोई भी अधिकारी या कर्मचारी मुख्यालय नहीं छोड़ेगा।
ज़िला प्रशासन ने लोगों से जलभराव वाले इलाकों में सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की है। किसी भी आपात स्थिति में वे ज़िला प्रशासन के नियंत्रण कक्ष से मदद ले सकते हैं। अभी तक स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन लगातार बारिश के कारण मारकंडा और सरस्वती नदी का जलस्तर बढ़ रहा है।
उपायुक्त ने कहा कि पहाड़ी क्षेत्रों में भारी बारिश के कारण मारकंडा नदी और सरस्वती नदी का जलस्तर तेज़ी से बढ़ रहा है और आस-पास के गाँवों में जलभराव और बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इससे जान-माल के नुकसान की आशंका है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गाँवों और शहरी क्षेत्रों में आबादी वाले क्षेत्रों का दौरा करें और प्रभावित स्थानों की रिपोर्ट प्रशासन को सौंपें। उन्होंने कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को यह सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए कि ब्रह्मसरोवर पर तैनात एसडीआरएफ की टीम आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए शाहाबाद एसडीएम को रिपोर्ट करे।
उन्होंने बताया कि सिंचाई विभाग के अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार शाहाबाद मारकंडा के गेज पर पानी की स्थिति 255.40 मीटर है तथा पानी का डिस्चार्ज 12,183 क्यूसिक है।
मीणा ने कहा, “अधिकारियों को मुख्यालय पर उपस्थित रहकर बाढ़ बचाव से संबंधित सामग्री व उपकरणों की पर्याप्त संख्या में व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा, आसपास के गांवों व सड़कों पर जलभराव की स्थिति में मिट्टी की बोरियां व पानी निकालने के लिए मशीनों की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे।”
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