पटना, 27 सितंबर । बिहार में सत्तारूढ़ महागठबंधन में लगता है कि सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। जदयू में दो दिन पहले राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह और मंत्री अशोक चौधरी के बीच बहस की चर्चा अभी थमी भी नहीं थी कि राजद के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा और विधायक चेतन आनंद आमने -सामने नजर आ रहे हैं।
पूर्व सांसद आनंद मोहन के पुत्र और राजद विधायक चेतन आनंद ने अपनी ही पार्टी के सांसद मनोज झा के संसद में दिए गए एक बयान को लेकर खरी-खरी सुना दी।
चेतन आनंद ने साफ लहजे में कहा कि अभद्र टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करूंगा।
राजद विधायक ने सोशल मीडिया एक्स पर चेतावनी देते हुए लिखा कि “हम ‘ठाकुर हैं! सबको साथ लेकर चलते हैं! समाजवाद में किसी एक जाति को टार्गेट करना समाजवाद के नाम पर दोगलापन के अलावा कुछ नही। जब हम दूसरों के बारे में गलत नही सुन सकते तो अपने (ठाकुरों) पर अभद्र टिप्पणी बिल्कुल नही बर्दाश्त करेंगे। माननीय संसद मनोज झा के विचारों का पुरजोर विरोध।”
दरअसल, राजद के राज्यसभा सांसद और प्रवक्ता मनोज झा ने संसद के विशेष सत्र के दौरान राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर अपनी बात रखते हुए ओमप्रकाश वाल्मीकि की एक कविता पढ़ी थी, जिसमे ‘ठाकुर के कुएं ‘ के जरिए निशाना साधा था।
Leave feedback about this