शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने आज छात्राओं से आग्रह किया कि वे मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ खेलों को भी समान महत्व दें।
रोहित ठाकुर राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला कंडाघाट में 19 वर्ष से कम आयु वर्ग की लड़कियों के लिए जिला स्तरीय तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन करने के बाद छात्राओं को संबोधित कर रहे थे।
इस तीन दिवसीय खेल प्रतियोगिता में सोलन जिला के 46 स्कूलों की 543 छात्राएं वॉलीबाल, कबड्डी, खो-खो, बैडमिंटन, योगा और शतरंज में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगी।
ठाकुर ने कहा कि स्वस्थ शरीर के लिए मानसिक एकाग्रता, नियमित व्यायाम और कड़ी मेहनत जरूरी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि खेल हमें जीवन को व्यवस्थित तरीके से जीना सिखाते हैं।
उन्होंने कहा, ‘‘प्रतिभा सभी विद्यार्थियों में होती है और अपने कौशल को पहचान कर विद्यार्थी न केवल सफलता के सर्वोच्च शिखर को प्राप्त कर सकते हैं, बल्कि देश के विकास में भी अपना योगदान दे सकते हैं।’’
उन्होंने छात्राओं से नशा मुक्त हिमाचल प्रदेश के सपने को साकार करने का आह्वान किया और उनसे आग्रह किया कि वे न तो स्वयं नशा करें और न ही अपने किसी मित्र को इसका सेवन करने दें। शिक्षा मंत्री ने कहा, “नशा मुक्त राज्य का निर्माण युवाओं और विद्यार्थियों के सहयोग से ही संभव है। उन्हें जीवन भर नशे से दूर रहने का संकल्प लेना चाहिए, तभी हम नशा मुक्त समाज की कल्पना कर सकते हैं।”
ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार का मुख्य उद्देश्य शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाना है। इस दिशा में सरकार द्वारा बजट का लगभग 18 प्रतिशत हिस्सा शिक्षा पर खर्च किया जा रहा है।
उन्होंने कहा, “सरकार ने हर विधानसभा क्षेत्र में राजीव गांधी डे बोर्डिंग स्कूल खोलने का फैसला किया है। राज्य सरकार भविष्य में व्याख्याताओं और टीजीटी के 700 पद और एनटीटी के लगभग 6,200 पद सृजित करेगी।”
ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार वर्तमान में विद्यार्थियों की संख्या और विद्यार्थी-शिक्षक अनुपात में सुधार लाने के लिए स्कूलों के युक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रही है।