हिमाचल प्रदेश विधानसभा के उपाध्यक्ष विनय कुमार ने आज सिरमौर जिले में 11 से 15 नवंबर तक आयोजित होने वाले पांच दिवसीय अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले के सफल आयोजन को सुनिश्चित करने के लिए श्री रेणुका जी विकास बोर्ड की बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक के दौरान विनय कुमार ने मेले के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि श्री रेणुका जी मेला न केवल हिमाचल प्रदेश के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि पड़ोसी राज्यों के लिए भी इसका गहरा धार्मिक महत्व है। उन्होंने जोर देकर कहा कि इस वर्ष के आयोजन को सफल बनाने की जिम्मेदारी मेला समिति के सरकारी और गैर-सरकारी सदस्यों की है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि पिछले वर्षों की तरह इस वर्ष भी मेला अच्छी तरह से आयोजित होगा और सफल होगा।
मेले में स्वच्छता बनाए रखने पर विशेष ध्यान दिया गया, ताकि क्षेत्र की पवित्रता बनी रहे और आगंतुकों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। उपाध्यक्ष ने अधिकारियों को पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया, जिसमें कार्यक्रम को प्लास्टिक मुक्त रखने पर जोर दिया गया। मेले के दौरान प्लास्टिक के उपयोग को सीमित करने और पर्यावरण के अनुकूल प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए कदम उठाए जाएंगे।
इसके अतिरिक्त, विनय कुमार ने कार्यक्रम में भाग लेने वाले स्थानीय निवासियों और पैदल यात्रियों की सुविधा के लिए स्ट्रीट लाइट लगाने का निर्देश दिया। कार्यक्रम के दौरान परिवहन, यातायात प्रबंधन, पार्किंग, स्वास्थ्य सेवाएं, सुरक्षा और कानून व्यवस्था को सुचारू बनाने के लिए विभिन्न विभागों को निर्देश दिए गए। उन्होंने गोताखोरों की व्यवस्था करने और पूरे मेले में निर्बाध जल आपूर्ति सुनिश्चित करने के महत्व पर भी जोर दिया।
विधानसभा उपाध्यक्ष ने मेले में महिलाओं के लिए स्नान घाट बनाने की भी घोषणा की। सिरमौर के उपायुक्त सुमित खिमटा ने विधानसभा उपाध्यक्ष को आश्वस्त किया कि जिला प्रशासन अंतरराष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेले के सुचारू एवं सफल आयोजन के लिए हरसंभव प्रयास करेगा। उन्होंने उपस्थित अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्रों में समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए।
बैठक का संचालन नाहन के उप-मंडल मजिस्ट्रेट सलीम आज़म ने किया, जो मेला समिति के सचिव भी हैं, और इसमें मेला समिति के सरकारी और गैर-सरकारी दोनों सदस्यों ने भाग लिया।
अंतर्राष्ट्रीय श्री रेणुका जी मेला धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से बहुत महत्वपूर्ण है। हर साल हजारों की संख्या में श्रद्धालु और पर्यटक इस मेले में शामिल होते हैं, जिसमें देवी रेणुका की पूजा की जाती है। मेले में विभिन्न धार्मिक अनुष्ठान, सांस्कृतिक कार्यक्रम और स्टॉल होते हैं, जो आगंतुकों का ध्यान आकर्षित करते हैं। आगामी मेला आस्था और संस्कृति का एक भव्य और पर्यावरण अनुकूल उत्सव होने का वादा करता है।