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रोहतक: भैंसरू कलां के ग्रामीणों ने प्रभावी अपशिष्ट निपटान सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास किया

Rohtak: Villagers of Bhainsru Kalan made every effort to ensure effective waste disposal

रोहतक, 18 जून प्रशिक्षु आईएएस अधिकारी रविन्द्र कुमार, जो स्वच्छ भारत मिशन के उप सचिव भी हैं, तथा रोहतक जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) महेश कुमार सहित अधिकारियों की एक टीम ने सोमवार को रोहतक जिले के सांपला खंड के भैंसरू कलां गांव में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के तहत किए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया।

कुमार ने बताया कि ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के तहत ठोस व सूखे कचरे का अलग-अलग प्रबंधन किया जाता है, जिसमें गीले कचरे से जैविक खाद बनाकर बागवानी में प्रयोग किया जाता है, जबकि प्लास्टिक व पॉलीथीन की थैलियों को अलग करके एक शेड में एकत्र किया जाता है।

रोहतक में कचरा प्रबंधन कार्यों के निरीक्षण के दौरान पंचायत सदस्यों और निवासियों से बातचीत करते अधिकारी। ट्रिब्यून फोटो
उन्होंने कहा, “प्लास्टिक ‘श्रमदान’ गतिविधियां हर महीने के पहले सप्ताह में की जाती हैं, जिसमें गांव के युवा, पंचायत सदस्य और सरकारी अधिकारी उत्साहपूर्वक भाग लेते हैं।”

सीईओ ने बताया कि तरल अपशिष्ट प्रबंधन के तहत गांव के घरों से निकलने वाले अपशिष्ट जल को नालियों के माध्यम से पांच तालाब प्रबंधन प्रणाली में डाला जाता है। उन्होंने कहा, “इस प्रणाली के पांचवें तालाब में चार ट्यूबवेल इंजन लगाए गए हैं, जो 250 एकड़ भूमि की सिंचाई करते हैं और पास के मंदिर और स्टेडियम को पानी की आपूर्ति करते हैं।”

अधिकारियों को बताया गया कि गांव के सभी घरों में शौचालय हैं तथा स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) योजना के अंतर्गत गांव के स्टेडियम में सामुदायिक शौचालय भी बनाया गया है।

गांव के करीब 70 फीसदी घरों में किचन गार्डन बनाए गए हैं, जिसमें घरों से निकलने वाले गंदे पानी का इस्तेमाल किया जाता है। गांव के सीवेज के कचरे का निपटान नजदीकी एसटीपी में किया जाता है।

ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया, ”गांव में हर तीन महीने में एक बार ग्राम सभा की बैठक होती है, जिसमें ग्रामीणों को स्वच्छता के बारे में बताया जाता है।” गांव में जागरूकता गतिविधियों के तहत, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छ भारत मिशन के अन्य घटकों पर आधारित नारे-लेखन और दीवार-पेंटिंग की जाती है।

अधिकारियों को बताया गया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अधिकारी भी समय-समय पर गांव में स्वच्छता के बारे में जागरूकता अभियान चलाते हैं।

निरीक्षण के दौरान खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) जरनैल सिंह, गांव के सरपंच प्रतिनिधि ऋषि राम, पूर्व सरपंच सुशील कौशिक, जिला परियोजना प्रबंधक मंजू ग्रेवाल, ग्राम सचिव महेश, जेई नितेश और ब्लॉक समन्वयक सुखबीर भी मौजूद थे।

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