उप मुख्य सचेतक केवल सिंह पठानिया ने आज मुख्यमंत्री सुखविन्द्र सिंह सुक्खू से धर्मशाला में डल झील के पुनरुद्धार के लिए 2.18 करोड़ रुपये उपलब्ध कराने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री से मुलाकात के बाद पठानिया ने कहा, ‘सिकुड़ती जा रही डल झील के पुनरुद्धार के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) मिलने के बाद मैंने आज मुख्यमंत्री से मुलाकात की और उनसे झील को बचाने के लिए धन मुहैया कराने का आग्रह किया।’ उन्होंने कहा कि डल झील को बचाने के लिए आनंद मल्लिगावाद फाउंडेशन ने डीपीआर पेश की है, जो एक बड़ा पर्यटक आकर्षण है।
पठानिया ने कहा कि आईआईटी मंडी, नगर निगम और अन्य सरकारी एजेंसियों के विशेषज्ञों के बेहतरीन प्रयासों के बावजूद झील में पानी का स्तर घट रहा है। उन्होंने दुख जताते हुए कहा, “उनकी सारी कोशिशें बेकार साबित हुई हैं क्योंकि झील ने अपना पुराना गौरव खो दिया है। दरअसल, झील के दक्षिणी किनारे पर स्थित मंदिर में तीर्थयात्रियों को पवित्र स्नान की सुविधा देने के लिए जल शक्ति विभाग पानी छोड़ता है।” उन्होंने कहा कि लगभग 30,000 तीर्थयात्री यहां पवित्र स्नान करने आते हैं।
उन्होंने कहा कि डल झील एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण होने के अलावा भगवान शिव का 200 साल पुराना प्राचीन मंदिर भी है। उन्होंने कहा कि झील के लिए पानी का प्राथमिक स्रोत झील के चारों ओर पहाड़ों से आने वाले चैनलों से सतही अपवाह है।