November 18, 2024
Himachal

समृति, रजत विश्वविद्यालय चैंपियनशिप के सर्वश्रेष्ठ एथलीट चुने गए

कल यहां संपन्न हुई 47वीं हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय एथलेटिक चैंपियनशिप में राजकीय महाविद्यालय धर्मशाला की स्मृति जामवाल और राजकीय महाविद्यालय मांड मंडियानी के रजत सिंह ने क्रमश: महिला और पुरुष वर्ग में सर्वश्रेष्ठ एथलीट का खिताब जीता। जीडीसी धर्मशाला ने ओवरऑल विजेता की ट्रॉफी जीती, जबकि जीडीसी हमीरपुर ने उपविजेता ट्रॉफी जीती और जीडीसी मंडी को दूसरा उपविजेता घोषित किया गया।

4×400 मीटर दौड़ (पुरुष) में जीडीसी धर्मशाला की टीम (हिमांशु राठी, आशुतोष, विजय यादव और आकाश कुमार) ने स्वर्ण पदक जीता, जबकि जीडीसी हमीरपुर की टीम दूसरे स्थान पर रही और जीडीसी मंडी ने कांस्य पदक जीता। 100 मीटर दौड़ में मंडी कॉलेज के रजत सिंह ने स्वर्ण, धर्मशाला के मनजीत सिंह ने रजत और हमीरपुर के दशरथ ने कांस्य पदक जीता।

लंबी कूद स्पर्धा में बिलासपुर की पल्लवी ने स्वर्ण, ऊना की अंकिता ने दूसरा और बिलासपुर की साधना ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। पुरुष वर्ग में बिलासपुर के अमन ने स्वर्ण, हमीरपुर के नमन ने रजत और चंबा के मोहित ने कांस्य पदक जीता।

ऊंची कूद स्पर्धा में अंब के हर्ष ने स्वर्ण, थुरल के आदित्य ने रजत तथा हरिपुर, मनाली के राहुल और हमीरपुर के आदित्य ने संयुक्त रूप से कांस्य पदक जीता। गोला फेंक प्रतियोगिता में नूरपुर के करुणेश ने स्वर्ण, शिलाई के कुलदीप ने रजत तथा चंबा के मनष ने कांस्य पदक जीता।

हैमर थ्रो स्पर्धा में हमीरपुर के आदित्य ने स्वर्ण, मंडी के सिद्धार्थ ने रजत तथा पीजी सेंटर शिमला के अभिनव ने कांस्य पदक जीता।

ट्रिपल जंप में जोगिंद्रनगर के मनजीत राठौर ने स्वर्ण, हमीरपुर के शिव दर्शन ने रजत तथा कोटशेरा के हिमांशु ने कांस्य पदक जीता। एचपीयू शिमला के खेल निदेशक एवं युवा कार्यक्रम प्रभारी डॉ. संजय शर्मा ने समापन समारोह की अध्यक्षता की तथा विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किए।

डॉ. शर्मा ने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रहना चाहिए और खेलों की ओर रुख करना चाहिए। उन्होंने खिलाड़ियों को अपने लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि केवल निरंतर अभ्यास ही हार को जीत में बदल सकता है।

इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. प्रमोद सिंह पटियाल, आयोजन सचिव डॉ. पवन वर्मा, चैंपियनशिप पर्यवेक्षक प्रवेश शर्मा मोंटी, प्रोफेसर नीलम गुलेरिया और प्रोफेसर प्रकाश ठाकुर उपस्थित थे।

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