गाजियाबाद, 29 जनवरी । महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के लिए जेड प्लस सिक्योरिटी की मांग को लेकर रविवार को सन्यासी सांसद वी के सिंह से मिलने दिल्ली जा रहे थे, लेकिन गाजियाबाद पुलिस ने रोका और उन्हें गाजियाबाद के कलेक्ट्रेट ले आई। इसके बाद रविवार रात से ही टेंट लगाकर संन्यासियों ने आमरण अनशन और धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
पुलिस ने संन्यासियों को तेज ठंड होने का हवाला देते हुए वहां से देर रात भेज दिया था। सुबह पुलिस ने टेंट को हटा दिया जिसके बाद अब संन्यासी गाजियाबाद हापुड़ रोड को जाम कर बीच रोड पर बैठ गए हैं।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी के शिष्य सरकार से उन्हें जेड प्लस सुरक्षा देने की मांग कर रहे हैं।
रविवार को जब संन्यासी अपनी मांग को लेकर सांसद वीके सिंह से मिलने उनके आवास जा रहे थे तो पुलिस ने उन्हें रास्ते में ही रोक लिया, जिसके बाद वो जिला मुख्यालय के बाहर टेंट लगाकर आमरण अनशन पर बैठ गए।
जब सोमवार की सुबह यति दोबारा लौटे तो वहां टेंट नहीं पाकर सड़क पर बैठ गए और गाजियाबाद हापुड़ रोड जाम कर दिया। अपने गुरु महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के लिये जेड प्लस सुरक्षा मांग रहे संन्यासी जिला मुख्यालय के सामने सड़क पर आमरण अनशन पर बैठ गए हैं।
रविवार रात पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज और अनिल यादव से वार्ता कर ठंड और खतरे की दुहाई देकर संन्यासियों को सुबह तक के लिए उठवा दिया था।
गुरु की बात मानकर संन्यासी रात भर के लिए शिवशक्ति धाम डासना चले गए, किन्तु उनके जाते ही पुलिस ने उनका टेंट उखाड़ कर कहीं फेंक दिया।
जब सुबह धरना स्थल पहुंचे संन्यासियों ने यह देखा तो उन्होंने आत्मबलिदान का निर्णय लेते हुए सड़क पर बैठ गए।
अब वो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पूछना चाहते हैं कि किस हैसियत से उन्होंने हमारे विरोध प्रदर्शन के अधिकार को छीना है। उन्होंने बताया कि काफी समय से संन्यासी अपने गुरु यति नरसिंहानंद गिरी महाराज के लिए जेड प्लस सिक्योरिटी की मांग कर रहे हैं। अपनी इस मांग को लेकर वे गृहमंत्री अमित शाह के ऑफिस में अधिकारियों से भी मिल चुके हैं। उन्हें वहां से आश्वासन दिया गया था।
यति संन्यासी चाहते हैं कि उन्हे जल्द जेड प्लस सुरक्षा दी जाए।
संन्यासियों ने कहा, डासना स्थित शिवशक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद गिरी महाराज को लगातार जान से मारने की धमकियां मिल रही हैं। फिलहाल उन्हें सरकार की तरफ से एक गनर दिया हुआ है। जबकि उन्हें मिल रही धमकियों को देखते हुए जेड सुरक्षा मिलनी चाहिए। उन्होंने बताया कि हाल फिलहाल में अलीगढ़ और एटीएस द्वारा पकड़े गए आतंकवादियों ने भी स्वीकरा किया है कि यति नरसिंहानंद गिरी उनके निशाने पर हैं।
Leave feedback about this