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छोटे किसानों, बच्चों और आदिवासियों के लिए योजनाएं

Schemes for small farmers, children and tribals

कांग्रेस द्वारा गारंटियां पूरी न करने के भाजपा के आरोपों के बीच मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आज 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से जैविक खाद की खरीद सहित छह नई योजनाएं शुरू कीं।

बिलासपुर में रैली के दौरान मुख्यमंत्री ने प्राकृतिक खेती पद्धतियों से उगाए गए मक्के से तैयार ‘हिम भोग आटा’ पेश किया। उन्होंने कहा, “सरकार ने 10 जिलों के 1,506 किसानों से 398 मीट्रिक टन मक्का खरीदा और उनके बैंक खातों में सीधे 1.20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए।”

छोटे किसानों और पशुपालकों को लाभ पहुंचाने के लिए सुखू ने 300 रुपये प्रति क्विंटल की दर से जैविक खाद और वर्मी कम्पोस्ट खरीदने की योजना शुरू की। सीएम ने राजीव गांधी स्वरोजगार स्टार्ट-अप योजना 2023 के तहत 16 इलेक्ट्रिक टैक्सी मालिकों को चाबियां भी सौंपी।

राज्य सरकार ने इंदिरा गांधी सुख शिक्षा योजना भी शुरू की है, जिसके तहत पात्र 5,145 लाभार्थियों को 1.38 करोड़ रुपये वितरित किए गए हैं। इस योजना के तहत 23,000 बच्चों की शिक्षा को कवर किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने सात जिलों में बागवानी विकास को बढ़ावा देने के लिए 1,292 करोड़ रुपये की हिमाचल प्रदेश उपोष्णकटिबंधीय बागवानी, सिंचाई और मूल्य संवर्धन परियोजना (एचपी शिवा) का भी शुभारंभ किया। यह 6,000 हेक्टेयर क्षेत्र को कवर करेगी, जिससे संतरे, अमरूद, लीची और बेर जैसे फलों की खेती को बढ़ावा मिलेगा।

सुखू ने किन्नौर, लाहौल स्पीति, चंबा और सिरमौर जिले के शिलाई ब्लॉक सहित दूरदराज के आदिवासी क्षेत्रों में सेवा देने के लिए पांच मोबाइल आयुष स्वास्थ्य सेवा इकाइयों को हरी झंडी दिखाई। प्रत्येक इकाई में आयुर्वेद, यूनानी और होम्योपैथी उपचार प्रदान करने वाली एक अनुभवी चिकित्सा टीम होगी।

मुख्यमंत्री ने बिलासपुर जिले में 197 लाभार्थियों को मुख्यमंत्री सुख-आश्रय योजना (एमएमएसएवाई) के अंतर्गत 1.90 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता भी प्रदान की।

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