February 23, 2025
National

ग्वालियर में अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त हुए बच्चे के परिजनों से मिले सिंधिया

Scindia met the family of the child who was freed from the clutches of kidnappers in Gwalior

मध्य प्रदेश के ग्वालियर में पिछले दिनों अपहरणकर्ताओं के चंगुल से मुक्त कराए गए छह वर्षीय शिवाय और उसके परिजनों से केंद्रीय दूरसंचार मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मुलाकात की और उम्मीद जताई कि पुलिस ऐसी कार्रवाई करेगी जिससे आगे कोई भी इस तरह की वारदात को अंजाम देने का साहस न कर सके।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया इन दिनों ग्वालियर के प्रवास पर हैं। उन्होंने शनिवार को सीपी कॉलोनी स्थित राहुल गुप्ता के आवास पर पहुंचकर मुलाकात की। साथ ही शिवाय से भी मुलाकात की। उसके बाद सिंधिया ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा कि छह साल के मासूम बच्चे ने गजब का साहस दिखाया है। बच्चे को पुलिस ने जल्दी बरामद किया है। अभी तक सात आरोपियों में से पांच को हिरासत में लिया जा चुका है। दो अन्य जो फरार हैं, वे भी पकड़े जाएंगे।

केंद्रीय मंत्री सिंधिया ने इस घटना को निंदनीय बताया और कहा कि आरोपियों को ऐसी सजा मिले कि आगे कोई भी इस तरह की वारदात को अंजाम देने की न सोच सके। मां के सामने बच्चे का अपहरण किया जाता है, उस वक्त परिवार पर क्या बीती होगी, इसकी कल्पना भी नहीं की जा सकती। बच्चे को सुरक्षित लाने के लिए मुख्यमंत्री मोहन यादव और पुलिस प्रशासन को धन्यवाद। इन आरोपियों को ऐसी सजा दी जानी चाहिए जिससे दोबारा कोई इस तरह की घटना को अंजाम देने का साहस न कर सके।

पिछले दिनों ग्वालियर जिले के सीपी कॉलोनी निवासी कारोबारी राहुल गुप्ता के बेटे शिवाय का स्कूल जाते समय अपहरण कर लिया गया था। कुछ घंटों बाद पुलिस ने शिवाय को बरामद कर लिया था, मगर आरोपी पकड़ से बाहर थे। अब तक पुलिस की गिरफ्त में पांच आरोपी हैं। शिवाय के अपहरण के बाद पुलिस ने घेराबंदी की थी, जिसके परिणामस्वरूप आरोपी बच्चे को मुरैना में छोड़कर भाग गए थे।

बताया गया है कि बच्चे के अपहरण के लिए आरोपी कई दिनों से रेकी कर रहे थे और एक करोड़ रुपये बतौर फिरौती चाहते थे। फिरौती के लालच में अपहरण किया गया था। मगर, पुलिस की चारों तरफ से की गई नाकाबंदी से आरोपियों को लगने लगा था कि वे अपनी योजना में सफल नहीं होंगे, लिहाजा वे मुरैना में बच्चे को छोड़कर भाग गए थे।

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