नई दिल्ली, 19 दिसंबर । भाजपा सांसद प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत गुरुवार को संसद भवन में सीढ़ियों से गिरकर चोटिल हो गए। सांसदों का आरोप है कि कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने उन्हें धक्का दिया, जिसके बाद वह गिर गए और घायल हो गए। इस घटना पर भाजपा नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का निर्णय लिया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चोटिल सांसदों का हालचाल भी जाना।
भाजपा सांसदों के साथ हुई धक्का-मुक्की की जानकारी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी दी गई। जानकारी मिलने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और दोनों घायल सांसदों से फोन पर बात कर उनके स्वास्थ्य की जानकारी ली। पीएम मोदी ने प्रताप सारंगी और मुकेश राजपूत से उनके स्वास्थ्य के बारे में पूछा। पीएम मोदी के अलावा, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रहलाद जोशी ने अस्पताल पहुंचकर भाजपा सांसद प्रताप सारंगी से मुलाकात की।
टीडीपी सांसद बायरेड्डी शबरी और भाजपा सांसद बांसुरी स्वराज ने इस मामले में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की बात कही है।
सांसद प्रताप सारंगी ने बताया कि मैं सीढ़ियों पर खड़ा था। तभी राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया और वह मेरे ऊपर गिर गए। जिससे मैं गिर गया और मुझे चोट लग गई।
इस पूरे मामले पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी का कहना है कि कैमरे में सब कैद होगा। मैं सदन में जाने की कोशिश कर रहा था। इस बीच, भाजपा के सांसदों ने मुझे धकेला और धमकाया। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को भी धक्का लगा। हमें धक्का-मुक्की से कुछ नहीं होता है। हम संसद के अंदर जा रहे थे। भाजपा के सांसद हमें संसद जाने से रोक नहीं सकते हैं।
राहुल गांधी ने आगे कहा कि संसद में जाना मेरा अधिकार है। मुझे कोई रोक नहीं सकता है। मैं संसद के भीतर जाना चाहता था। लेकिन, मुझे रोका गया। भाजपा के सांसद मुझे लगातार रोकने की कोशिश कर रहे थे। वह मुझे प्रवेश द्वार पर रोकने की कोशिश कर रहे थे। यह लोग लगातार संविधान पर प्रहार कर रहे हैं। यह लोग बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर की स्मृति को खत्म करना चाहते हैं, लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे।
बता दें कि संसद भवन परिसर में इंडिया ब्लॉक के नेता केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बाबा साहेब अंबेडकर के संदर्भ में की गई टिप्पणी को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। प्रदर्शनकारी नेता अमित शाह का इस्तीफा मांग रहे हैं। यह विरोध प्रदर्शन डॉ अंबेडकर की प्रतिमा से लेकर मकर द्वार तक किया जा रहा है।