अमृतसर, 29 मार्च
खालिस्तान समर्थक अमृतपाल के अकाल तख्त जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह के सामने आत्मसमर्पण करने की अटकलों के बीच, बुधवार को स्वर्ण मंदिर परिसर के आसपास भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
मौके पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ, सबसे पवित्र सिख मंदिर की ओर जाने वाले सभी मार्गों को वाहनों के आवागमन के लिए बंद कर दिया गया था। केवल पैदल यात्रियों को, जिनमें से अधिकांश पर्यटक थे, आगे बढ़ने की अनुमति दी गई। अधिकांश अधिकारी सशस्त्र नहीं थे और उन्होंने पर्यटकों को खाने-पीने की चीजें और धार्मिक लेख बेचने के लिए हाथ से चलने वाली गाड़ियाँ भी नहीं चलने दीं।
यद्यपि जत्थेदार आज अपने कार्यालय में उपस्थित नहीं थे, फिर भी पुलिस ने कोई चांस नहीं लिया।
डीसीपी (लॉ एंड ऑर्डर) परमिंदर सिंह भंडाल, एआईजी जेएस वालिया और कई पुलिस उपायुक्त मौके पर मौजूद हैं। किसी भी समय उन्होंने चौकसी में ढील नहीं दी।
अमृतसर (ग्रामीण) पुलिस ने अमृतपाल के खिलाफ हल्ला-गुल्ला नोटिस जारी कर उससे संबंधित किसी भी जानकारी के लिए जनता की मदद मांगी।
अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में ‘वारिस पंजाब दे’ के कार्यकर्ताओं द्वारा 22 फरवरी को अजनाला थाने पर धावा बोलने के मद्देनजर पुलिस ने 18 मार्च को उनके खिलाफ व्यापक कार्रवाई शुरू की थी।