प्रयागराज, 12 फरवरी । प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के दौरान जहां लाखों श्रद्धालु संगम स्नान और पूजा-अर्चना में लीन हैं, वहीं अदाणी समूह और इस्कॉन के समर्पित स्वयंसेवक सेवा और भक्ति की मिसाल पेश कर रहे हैं। सोमवार की रात ट्रैफिक जाम में फंसे हजारों तीर्थयात्रियों, प्रशासनिक और सुरक्षाकर्मियों को महाप्रसाद वितरित किया गया, जिससे उन्हें राहत मिली।
स्वयंसेवकों ने न केवल यात्रियों की भूख मिटाई, बल्कि उन पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को भी भोजन प्रदान किया, जो महाकुंभ की व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए तैनात हैं। इस निस्वार्थ सेवा कार्य की प्रशासन ने सराहना की और इसे महाकुंभ की सच्ची आध्यात्मिकता और परोपकार की भावना करार दिया।
महाकुंभ में लाखों श्रद्धालु देश-विदेश से संगम स्नान और आध्यात्मिक अनुष्ठानों में भाग लेने के लिए आ रहे हैं। इतनी बड़ी भीड़ के कारण कई स्थानों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जा रही है, जिससे श्रद्धालुओं और सुरक्षाकर्मियों को भोजन तक नसीब नहीं हो पा रहा है। इस समस्या को देखते हुए अदाणी समूह और इस्कॉन के स्वयंसेवकों ने रातभर सेवा अभियान चलाकर जरूरतमंदों तक भोजन पहुंचाने का कार्य किया।
अदाणी समूह और इस्कॉन के स्वयंसेवकों ने बड़ी संख्या में भोजन पैकेट तैयार किए और महाकुंभ क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों में जाकर श्रद्धालुओं, प्रशासनिक अधिकारियों और सुरक्षा बलों को वितरित किए। इन पैकेट्स में सात्विक भोजन और फल शामिल थे, जिससे लोग उपवास और आध्यात्मिक नियमों का पालन करते हुए इसे ग्रहण कर सकें।
इस सेवा कार्य में लगे स्वयंसेवकों ने बताया कि महाकुंभ केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि सेवा और परोपकार का भी अवसर है। हजारों श्रद्धालु और ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मी कई घंटों तक बिना भोजन के रहते हैं। ऐसे में यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम उनकी सहायता करें। महाकुंभ की सुरक्षा व्यवस्था में तैनात पुलिसकर्मियों और प्रशासनिक अधिकारियों को अक्सर भोजन करने का समय नहीं मिल पाता।
इस्कॉन के एक स्वयंसेवक ने बताया कि कई बार पुलिस अधिकारी और यातायातकर्मी लंबी ड्यूटी के कारण भोजन तक नहीं कर पाते। इस पहल के तहत हजारों सुरक्षा बलों को भोजन वितरित किया गया, जिससे वे बिना ड्यूटी छोड़े अपने कार्य को जारी रख सकें।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि हमारी ड्यूटी के दौरान भोजन मिलना एक बड़ी राहत है। यह सेवा हमारे मनोबल को बढ़ाती है और हमें अधिक ऊर्जा के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करने में सहायता करती है। प्रयागराज प्रशासन और पुलिस विभाग ने इस सेवा कार्य की सराहना की।
प्रशासन के एक अधिकारी ने कहा, “महाकुंभ में इस तरह की सेवा गतिविधियां न केवल धार्मिक भावना को प्रकट करती हैं, बल्कि एकजुटता और सहयोग की भावना को भी बढ़ावा देती हैं।”
महाकुंभ 2025 में जहां श्रद्धालु संगम में स्नान कर पुण्य अर्जित कर रहे हैं, वहीं अदाणी समूह और इस्कॉन के स्वयंसेवक मानव सेवा के माध्यम से आध्यात्मिकता को चरितार्थ कर रहे हैं। इस पहल से हजारों तीर्थयात्रियों और सुरक्षाकर्मियों को राहत मिली है और यह आयोजन के प्रबंधन में भी सहायक सिद्ध हो रहा है।