पानीपत, 13 जुलाई डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की भारी कमी से यहां भीमसेन सच्चर सिविल अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावित हो रही हैं। 14 लाख की आबादी को सेवा प्रदान करने वाले 200 बिस्तरों वाले इस अस्पताल में 55 स्वीकृत पदों के मुकाबले 25 डॉक्टर ही हैं।
तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने 2019 में ‘हरियाणा दिवस’ पर अस्पताल के नए भवन का उद्घाटन किया था, जब इसमें 100 और बिस्तर जोड़े गए थे।
सरकार ने एमआरआई, कैथ लैब, सीटी स्कैन, हेमोडायलिसिस और ब्लड बैंक जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना की घोषणा की थी। सीटी स्कैन और हेमोडायलिसिस सुविधा पीपीपी मोड पर चलाई जा रही है।
रक्त बैंक की शुरुआत केवल दो महीने पहले हुई है – घोषणा के पांच साल बाद। एमआरआई और कैथ लैब की सुविधा अभी तक शुरू नहीं हुई है। साथ ही, कोविड के दौरान घोषित 50 बेड का क्रिटिकल केयर ब्लॉक अभी तक नहीं बना है। उच्च जोखिम वाले रोगियों के लिए एक गहन चिकित्सा इकाई को कर्मचारियों की मंजूरी का इंतजार है। एनएच-44 पर स्थित यह अस्पताल एक रेफरल सेंटर की तरह काम कर रहा है और यहां बड़ी संख्या में दुर्घटना के शिकार लोग आते हैं। यहां रोजाना करीब 1,700 बाह्य रोगी आते हैं।
सूत्रों के अनुसार, सात डॉक्टर विभाग को सूचित किए बिना लंबे समय से ड्यूटी से अनुपस्थित थे और पिछले कुछ वर्षों में आठ डॉक्टरों ने इस्तीफा दे दिया है।
अस्पताल में तैनात 32 डॉक्टरों में से 25 चिकित्सा अधिकारी, दो वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी (एसएमओ), दो उप चिकित्सा अधीक्षक, तीन दंत चिकित्सक, तीन स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक फिजीशियन और पांच नेत्र, हड्डी एवं त्वचा विशेषज्ञ हैं।
आंकड़ों के अनुसार, यहां नर्सिंग स्टाफ़ सरप्लस है। अस्पताल में स्वीकृत 90 पदों में से 93 पदस्थ हैं। लेकिन तकनीकी स्टाफ़ की कमी से मरीजों की परेशानी बढ़ रही है। सूत्रों ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को अल्ट्रासाउंड जांच के लिए दो-तीन महीने तक इंतज़ार करना पड़ता है।
समालखा में भी हालात कुछ बेहतर नहीं हैं। 50 बिस्तरों वाले सिविल अस्पताल में डॉक्टरों की भारी कमी है। खट्टर ने नवंबर 2023 में अस्पताल को 100 बिस्तरों वाला बनाने की योजना की घोषणा की थी।
सिविल सर्जन डॉ. जयंत आहूजा ने बताया कि सभी 15 डॉक्टरों की केस फाइलें कार्रवाई के लिए सरकार को भेज दी गई हैं। उन्होंने कहा, “हमने सिविल अस्पताल में आईसीयू सुविधा चलाने के लिए और डॉक्टरों की मांग की है। भर्ती प्रक्रिया चल रही है।”
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