December 29, 2024
National

अरुणाचल में सीएम खांडू समेत सात भाजपा उम्मीदवारों का निर्विरोध चुना जाना तय

Seven BJP candidates including CM Khandu are certain to be elected unopposed in Arunachal.

ईटानगर, 30 मार्च। अरुणाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में मुख्यमंत्री पेमा खांडू समेत सात भाजपा उम्मीदवारों का बिना किसी मुकाबले के जीतना तय है। चुनाव अधिकारियों ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।

चुनाव अधिकारियों ने कहा कि 58 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन पत्रों की जांच गुरुवार को की गई और शेष दो निर्वाचन क्षेत्रों में प्रक्रिया शुक्रवार को पूरी हो गई।

एक चुनाव अधिकारी ने कहा, “जांच पूरी होने के बाद यह पाया गया कि सात सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं है और नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख के बाद शनिवार को उन्हें निर्विरोध निर्वाचित घोषित किए जाने की संभावना है।”

मुख्यमंत्री खांडू तवांग में अपनी पारंपरिक सीट मुक्तो से चुनाव लड़ रहे हैं। अन्य छह भाजपा उम्मीदवार, जिनके खिलाफ कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं है, वे हैं – तेची रातू (सागाली), हेगे अप्पा (जीरो-हापोली), जिक्के ताको (ताली), न्यातो डुकम (तालिहा), मुच्चू मिथि (रोइंग), और तेची कासो (ईटानगर)।

अधिकारी ने कहा कि जांच समाप्त होने के बाद 60 सदस्यीय विधानसभा के लिए 19 अप्रैल को होने वाले चुनाव के लिए कुल 174 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें सत्तारूढ़ भाजपा के 62 (दो विकल्प सहित), कांग्रेस के 24, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के 16, नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) के 24, पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल (पीपीए) के 13, अरुणाचल डेमोक्रेटिक पार्टी (एडीपी) से चार और शेष अन्य स्थानीय दलों के तथा निर्दलीय उम्मीदवार हैं।

विधानसभा और राज्य की दो लोकसभा सीटों – अरुणाचल पश्चिम और अरुणाचल पूर्व – के लिए चुनाव 19 अप्रैल को एक ही दिन होंगे, जो सात चरण के संसदीय चुनावों का पहला चरण है।

दोनों लोकसभा सीटों के लिए गुरुवार को नामांकन पत्रों की जांच के बाद 14 नामांकन वैध पाए गए।

केंद्रीय मंत्री और भाजपा उम्मीदवार किरेन रिजिजू तथा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नबाम तुकी सहित आठ उम्मीदवार अरुणाचल पश्चिम में मैदान में हैं, जबकि भाजपा के मौजूदा सांसद तापिर गाओ और कांग्रेस के बोसीराम सिराम सहित छह उम्मीदवार अरुणाचल पूर्व में किस्मत आजमा रहे हैं।

पूर्व मुख्यमंत्री तुकी, जिन्होंने सागली से विधायक के रूप में 30 वर्षों तक सेवा की है, ने इस बार संसदीय चुनाव लड़ने का विकल्प चुना।

भाजपा ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 41 सीटों पर जीत हासिल की थी. बाद में दूसरे दलों के सात विधायक पार्टी में शामिल हो गये।

विधानसभा चुनाव के लिए वोटों की गिनती 2 जून को और लोकसभा सीटों के लिए 4 जून को होगी।

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