शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसपीजीसी) के अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के निर्देश पर आज विभिन्न सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया।
विरोध प्रदर्शन में शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के सदस्य जत्थेदार सुरजीत सिंह गढ़ी, सदस्य जत्थेदार जसमेर सिंह लाछड़ू, सदस्य जत्थेदार जरनैल सिंह करतारपुर के अलावा शहर के सिख संगठनों, सिख सभाओं और धार्मिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने शामिल होकर फिल्म ‘इमरजेंसी’ का विरोध किया।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के आह्वान पर शहर के विभिन्न सिख संगठनों से एक मंच पर आकर कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ का विरोध करने की अपील की गई।
इस बीच, गुरुद्वारा श्री दुख निवारण साहिब, गुरुद्वारा पातशाही नौवीं बहादुरगढ़, गुरुद्वारा करहाली साहिब के प्रबंधकों और कर्मचारियों ने बड़ी संख्या में फिल्म ‘इमरजेंसी’ के खिलाफ पीवीआर सिनेमा घर के बाहर विरोध प्रदर्शन में भाग लिया और पंजाब सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।
इस अवसर पर प्रदर्शन में शामिल अतरंग कमेटी के सदस्य जत्थेदार सुरजीत सिंह गढ़ी व जत्थेदार जसमेर सिंह लाछरू ने कहा कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी किसी भी हालत में पंजाब के सिनेमाघरों में फिल्म ‘इमरजेंसी’ नहीं चलने देगी।
जत्थेदार गढ़ी ने कहा कि हिमाचल से भाजपा सांसद बनकर कंगना रनौत लगातार ऐसी विवादित टिप्पणियां करके पंजाब के अमन-चैन को भंग करना चाहती हैं, जिसे पंजाब का भाईचारा किसी भी हालत में भंग नहीं होने देगा।
उन्होंने कहा कि फिल्म इमरजेंसी में सिख राष्ट्र के जनरल संत जरनैल सिंह भिंडरावाले की भूमिका को विकृत किया जा रहा है, जिसे सिख राष्ट्र और सिख समुदाय कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। जत्थेदार सुरजीत सिंह गढ़ी ने कहा कि कंगना रनौत को फिल्म इमरजेंसी की रिलीज के पीछे केंद्र की भाजपा सरकार का समर्थन है, जो ऐसी साजिशों के तहत ‘इमरजेंसी’ चलाना चाहती है ताकि पंजाब का माहौल एक बार फिर खराब हो सके।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की ऐसी साजिशें और षड्यंत्र कभी बर्दाश्त नहीं किए जाएंगे।
इस अवसर पर जत्थेदार जसमेर सिंह लाछड़ू ने रोष प्रदर्शन में शामिल होने वाले शहर के सिख सभाओं व धार्मिक संगठनों का धन्यवाद किया। इस अवसर पर गुरुद्वारा प्रबंधक मैनेजर निशान सिंह जफरवाल ने कहा कि एसजीपीसी अध्यक्ष एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी के आदेश पर सिनेमा हॉल में इमरजेंसी फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा दी गई है तथा एसजीपीसी ऐसी फिल्में कभी नहीं दिखाने देगी, जिससे सिख भावनाओं को ठेस पहुंचे।
Leave feedback about this