महाकुंभ नगर, 28 जनवरी । प्रयागराज महाकुंभ में प्रसिद्ध कथावाचक देवकी नंदन ठाकुर के सनातन बोर्ड की मांग के बाद अब महाकुंभ से किसान बोर्ड बनाने की मांग उठी है। यह मांग किसान पीठाधीश्वर किसानाचार्य स्वामी शैलेन्द्र योगिराज सरकार ने की है।
उन्होंने कहा कि सनातन बोर्ड और वक्फ बोर्ड से लोगों का पेट नहीं भरेगा। किसान ही है जो संतों के भोजन के लिए फल और फलाहार की वस्तु पैदा करता है और अन्य सभी लोगों के लिए भोजन की सामग्री का पैदावार करता है। सभी संतों-महात्माओं को सबसे पहले अन्नदाता किसान के लिए किसान बोर्ड के गठन की मांग करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि किसी के लिए किसान कुछ भी हो, लेकिन हमारे लिए देवता हैं। ऐसे में देश में किसान बोर्ड का गठन किया जाए। जिससे अन्नदाता किसानों को फसल का उचित दाम मिल सके और उनकी आर्थिक स्थिति और मजबूत हो सके। अन्नदाता किसान खेत-खलिहान में सर्दी में खेती करते हुए ठंड से ठिठुर कर मर जाते है। वहीं, गर्मी में लू से बेहाल रहते हैं। बारिश में बिजली गिरने से उनकी जान चली जाती है। खेतों में काम करते हुए सर्पदंश से मर जाते हैं। लेकिन, किसान हिम्मत नहीं हारता है, फिर भी उनकी उपेक्षा हो रही है। जब किसान बोर्ड बन जाएगा तो किसानों को बेहतर सुरक्षा मिलेगी।
उन्होंने आगे कहा कि हमारा मानना है कि किसान बोर्ड का गठन कर देने से समाज को एक किया जा सकता है। नहीं तो इस प्रकार से तो इस देश का रहने वाला मुसलमान मुस्लिम राष्ट्र की मांग करने लगेगा। इस देश का ईसाई ईसाई राष्ट्र की मांग करने लगेगा। अभी वक्फ बोर्ड फिर सनातन बोर्ड फिर क्रिस्चियन बोर्ड। इसी प्रकार से तो कई बोर्ड की मांग उठने लगेगी। इसी कारण किसान बोर्ड बनाकर सभी विवाद पर विराम लगाया जा सकता है और सभी को एक सूत्र में बांधा जा सकता है। सिर्फ किसान ही एक ऐसा है, जिसके माध्यम से सब एक हो सकते हैं।
Leave feedback about this