शिमला में नगर निगम (एमसी) के अधिकारियों ने आज शहर के विभिन्न बाजारों से आठ अनधिकृत स्ट्रीट वेंडरों को बिना उचित अनुमति के सामान बेचने के आरोप में हटा दिया। लोअर बाजार से छह विक्रेताओं को हटा दिया गया, जबकि राम बाजार से दो को हटा दिया गया।
नियमित निरीक्षण के दौरान नगर निगम की टीम ने लोअर बाजार, राम बाजार और लक्कड़ बाजार में कई अनाधिकृत विक्रेताओं की पहचान की। विक्रेताओं का सामान जब्त कर लिया गया।
तहबाजारी इंस्पेक्टर ज्योति प्रकाश ने बताया कि इनमें से कई विक्रेता हरियाणा, उत्तर प्रदेश, पंजाब, चंडीगढ़ और राजस्थान जैसे राज्यों से हैं। उन्होंने कहा कि उनकी मौजूदगी से बाजारों में भीड़भाड़ होती है, जिससे आग लगने या मेडिकल स्थितियों जैसी आपात स्थितियों के दौरान जोखिम पैदा होता है।
इस समस्या को हल करने के लिए नगर निगम हर रविवार को साप्ताहिक निरीक्षण करता है। इसके अतिरिक्त, निगम शहर में वेंडिंग गतिविधियों को विनियमित करने के लिए एक व्यापक स्ट्रीट वेंडर नीति तैयार कर रहा है। नीति के तहत, वेंडिंग और नॉन-वेंडिंग ज़ोन की पहचान की गई है, और पंजीकृत विक्रेताओं को नीली रेखाओं से चिह्नित निर्दिष्ट स्थान आवंटित किए जाएंगे। लोअर बाज़ार को नॉन-वेंडिंग ज़ोन घोषित किया गया है जहाँ किसी भी स्ट्रीट वेंडर को अनुमति नहीं दी जाएगी। इस कदम का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों के बेहतर प्रबंधन को सुनिश्चित करते हुए शहर के बाज़ारों में भीड़भाड़ कम करना है।