शिमला, 12 जुलाई शिमला नगर निगम जल्द ही ऐतिहासिक रिज से सटे डूबते क्षेत्र की मरम्मत का काम शुरू करेगा। इस क्षेत्र में कई दुकानें हैं, जिनमें से ज़्यादातर खाने-पीने की दुकानें हैं, बारिश के दौरान दरारें पड़ गई हैं और धंस रही हैं। भारी बारिश की स्थिति में भूस्खलन का खतरा मंडरा रहा है। इस क्षेत्र में ज़्यादातर दुकानें अस्थायी ढाँचे हैं।
80 मीटर के हिस्से में जो दरारें आई हैं, वे रिज के नीचे स्थित विशाल जल टैंक को भी खतरे में डाल रही हैं, साथ ही दुकानदारों को भी चिंता में डाल रही हैं। उनका दावा है कि इस इलाके में वैसा ही भूस्खलन हो सकता है जैसा कई साल पहले तिब्बती मार्केट में हुआ था।
महापौर सुरेन्द्र चौहान ने नगर निगम अधिकारियों के साथ आज स्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले नगर निगम अधिकारियों की एक टीम ने भी इस क्षेत्र का निरीक्षण किया था और आर्किटेक्ट प्लानर की टीम ने इसे असुरक्षित घोषित किया था।
महापौर ने कहा कि सभी दुकान मालिकों को क्षेत्र खाली करने का नोटिस भी दिया जाएगा ताकि इसका पुनर्विकास किया जा सके। चौहान ने कहा कि दरारों को ठीक करने की जरूरत है और काम तुरंत शुरू करने का प्रयास किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि वे रिज के नीचे बने पानी के टैंक का भी निरीक्षण करेंगे। यह पूरा इलाका डूब क्षेत्र में आता है, क्योंकि रिज से निकलने वाला मलबा यहीं डाला जाता है।