शिमला नगर निगम (एसएमसी) द्वारा स्थानीय बस स्टैंड पर शराब की दुकान खोलने के प्रस्ताव के खिलाफ लक्कड़ बाजार के निवासियों ने आज विरोध प्रदर्शन किया। पार्षद सरोज ठाकुर के नेतृत्व में निवासियों ने एसएमसी और राज्य सरकार के खिलाफ नारे लगाए और चेतावनी दी कि अगर शराब की दुकान को स्थानांतरित नहीं किया गया तो वे भूख हड़ताल करेंगे।
पार्षद ठाकुर ने इस कदम का कड़ा विरोध करते हुए कहा कि बस स्टैंड में सार्वजनिक सुविधा के लिए बनाया गया रेन शेल्टर भी शामिल है। उन्होंने कहा, “अब यहां शराब की दुकान खोली जा रही है, जिससे कानून-व्यवस्था की समस्या पैदा हो सकती है और माहौल खराब हो सकता है।” ठाकुर ने यह भी दावा किया कि नगर आयुक्त ने उन्हें बताया कि सरकार ने दो दिनों के भीतर शराब की दुकान खोलने का आदेश दिया है।
ठाकुर ने सवाल उठाया कि क्या वन और केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की ज़मीन पर शराब की दुकान खोलने के लिए ज़रूरी अनुमति ली गई थी। उन्होंने एसएमसी की आलोचना करते हुए कहा, “यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि विकास से जुड़ी फाइलें महीनों तक अटकी रहती हैं, लेकिन शराब की दुकान को दो दिनों के भीतर मंज़ूरी दे दी गई और उसका निर्माण भी हो गया।”
उन्होंने आगे कहा कि बस स्टैंड एक ऐसी जगह है जहाँ महिलाएँ और लड़कियाँ देर रात तक बसों का इंतज़ार करती हैं और शराब की दुकान होने से यह जगह असुरक्षित हो जाएगी। उन्होंने माँग की कि दुकान को किसी दूसरी जगह पर ले जाया जाए।
पूर्व पार्षद संजीव ठाकुर ने भी इस फैसले की निंदा की और कहा कि जब बस स्टैंड को पहले स्थानांतरित किया गया था, तो वन विभाग ने छह दुकानें हटा दी थीं, जिससे आजीविका प्रभावित हुई थी। उन्होंने कहा, “अब, स्थानीय पार्षद की अनुमति या परामर्श के बिना शराब की दुकान खोली जा रही है।”