सोलन, 7 मार्च शूलिनी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अतुल खोसला को भारत सरकार द्वारा भारतीय जनसंचार संस्थान (आईआईएमसी) सोसायटी के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की एक अधिसूचना में नामांकन की आधिकारिक घोषणा की गई।
वह भारत के दो प्रमुख संस्थानों, आईआईटी-कानपुर और जेबीआईएमएस, मुंबई के पूर्व छात्र हैं। उनका नामांकन विश्वविद्यालयों, शैक्षणिक संस्थानों और पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागों के प्रतिनिधियों की श्रेणी में आता है। वह बेंगलुरु नॉर्थ यूनिवर्सिटी, सिम्बायोसिस यूनिवर्सिटी और बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के अन्य प्रतिनिधियों के साथ शामिल हुए हैं।
शूलिनी विश्वविद्यालय के चांसलर प्रोफेसर पीके खोसला ने शिक्षा क्षेत्र में प्रोफेसर अतुल खोसला के योगदान को मान्यता देने के लिए सूचना और प्रसारण मंत्रालय को धन्यवाद दिया। चांसलर ने कहा कि इस सम्मान ने न केवल प्रोफेसर अतुल खोसला की उपलब्धियों का जश्न मनाया, बल्कि उन्हें आईआईएमसी के साथ अपनी वैश्विक अंतर्दृष्टि और विशेषज्ञता साझा करने के लिए एक मूल्यवान मंच भी प्रदान किया, जिससे मीडिया और संचार शिक्षा में संस्थान की विरासत को और समृद्ध किया गया।
17 अगस्त, 1965 को दिल्ली में स्थापित भारतीय जनसंचार संस्थान, पूरे भारत में पांच क्षेत्रीय केंद्रों तक फैल गया है। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त समाज के रूप में कार्य करते हुए, आईआईएमसी मीडिया शिक्षा के एक प्रकाशस्तंभ के रूप में खड़ा है, जो संचार पेशेवरों की अगली पीढ़ी को आकार दे रहा है।