एक, 7 मार्च एकीकृत विकास परियोजना (आईडीपी) के किसानों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज अपने एक दिवसीय प्रदर्शन दौरे के हिस्से के रूप में स्वान महिला फेडरेशन, स्वान महिला (बहुउद्देशीय) सहकारी समिति और स्वान मसाला इकाई का दौरा किया। प्रशिक्षण सत्र में 34 किसानों ने भाग लिया।
स्वान महिला (एम) सहकारी समिति की सचिव और महासंघ की वरिष्ठ कार्यकारी अधिकारी सुनीता शर्मा ने कहा कि उनके संगठन में ऊना जिले की लगभग 15,000 ग्रामीण महिलाएं शामिल हैं, जो 1,008 स्वयं सहायता समूहों में संगठित हैं और कई प्रकार की गतिविधियों में लगी हुई हैं। जिसमें आय सृजन, सूक्ष्म वित्त, जीवनशैली में सुधार, जागरूकता सृजन, स्वास्थ्य और स्वच्छता के अलावा दान भी शामिल है।
सुनीता ने कहा कि सहकारी समिति की कार्यशील पूंजी 16 करोड़ रुपये से अधिक है और समूहों को आय सृजन गतिविधियों के लिए ऋण के रूप में 10 करोड़ रुपये दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि सदस्य हल्दी, मिर्च, धनिया और मेथी के लिए अनुबंध पर खेती करते हैं और फसल को फेडरेशन द्वारा हिमालयन स्वान स्पाइसेस ब्रांड नाम के तहत हरोली उपमंडल के बढेरा गांव में स्थापित मसाला प्रसंस्करण इकाई के लिए खरीदा जाता है।
संगठन की अध्यक्ष अनुरंजना शर्मा ने कहा कि उचित मूल्य की दुकानों में बिक्री के लिए हिमालयन स्वान मसालों को राज्य नागरिक आपूर्ति निगम के साथ भी सूचीबद्ध किया गया है, उन्होंने कहा कि अब तक 2.5 करोड़ रुपये के मसाले बेचे गए हैं, जिसमें हल्दी, धनिया, लाल मिर्च शामिल हैं। मिक्स मसाले, चना मसाला, चाट मसाला, चिकन मसाला, सब्जी मसाला, हल्दी सोना, चाय मसाला और त्रिफला पाउडर और ये खाद्य ग्रेड पाउच या कार्डबोर्ड टेट्रा पैक में उपलब्ध थे।
प्रतिनिधिमंडल के साथ आए आईडीपी के सहायक परियोजना अधिकारी सतपाल थिंड ने कहा कि यह दौरा किसानों के लिए आंखें खोलने वाला था क्योंकि स्वान महिला फेडरेशन बिना किसी सरकारी सहायता के हजारों परिवारों को वित्तीय और सामाजिक सहायता प्रदान कर रहा है।
कार्यशाला में आईडीपी से सामाजिक विस्तार अधिकारी पिंकी शर्मा एवं क्षेत्र विस्तार अधिकारी शैलजा ने भी भाग लिया।