पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के आरोप में पटियाला जेल में सजा काट रहे बलवंत सिंह राजोआना ने अकाल तख्त के कार्यवाहक जत्थेदार कुलदीप सिंह गरगज से एक फरमान जारी करने का आग्रह किया है जिसमें सिखों से वीर बल दिवस में भाग न लेने को कहा जाए। विज्ञप्ति में अपनी चिंता व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि पंथ की आवाज संसद और सरकार तक नहीं पहुंच रही है।
पत्र में रजोआना ने साहिबजादों के शहादत दिवस का नाम बदलने के लिए सांसदों से मदद भी मांगी, उनका कहना था कि मौजूदा नाम इस अवसर की गरिमा और ऐतिहासिक महत्व को कम करता है। गौरतलब है कि उन्होंने कांग्रेस सांसदों से मदद मांगने का विरोध किया, क्योंकि उनका तर्क था कि पार्टी सिखों के हितों के खिलाफ काम कर रही है।
इससे पहले 9 दिसंबर को अकाल तकत ने सभी सिख सांसदों को एक विज्ञप्ति भेजकर केंद्र सरकार पर दबाव डाला था कि वह इस दिन का नाम बदलकर साहिबजादे शहादत दिवस कर दे।


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