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छोटी-छोटी चीजें मायने रखती हैं, इन्हीं में खुशियां तलाश लेती हैं कृतिका कामरा

Small things matter, Kritika Kamra finds happiness in them

अभिनेत्री कृतिका कामरा खुद को यर्थाथवादी मानती हैं। एक्ट्रेस के अनुसार वो छोटी-छोटी चीजों में खुशियां ढूंढ लेती हैं। कृतिका की जिंदगी पर कोई फिल्म बने, तो उसका शीर्षक क्या होगा? इस सवाल पर उन्होंने आईएएनएस से बातचीत में कहा, “थोड़ा है, थोड़े की जरूरत है।” मुझे लगता है कि यह मेरी जिंदगी की कहानी है। मैं यथार्थवादी हूं और मेरे लिए खुशी छोटी-छोटी चीजों में है। मेरे पास जो कुछ भी है, मैं उसके लिए आभारी हूं।”

उन्होंने आगे कहा, “जीवन एक यात्रा है और अब तक की मेरी यात्रा बहुत दिलचस्प रही है।”कृतिका को शो ‘कितनी मोहब्बत है’ में आरोही शर्मा का किरदार निभाकर सुर्खियां मिलीं। इसके बाद उन्हें ‘कुछ तो लोग कहेंगे’, ‘रिपोर्ट्स’ और ‘प्रेम या पहेली – चंद्रकांता’ जैसे शो में देखा गया।

इसके अलावा, अभिनेत्री ने डांस रियलिटी शो ‘झलक दिखला जा 7’ में भी भाग लिया है और ‘तांडव’ और ‘बंबई मेरी जान’ जैसी श्रृंखलाओं में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया है। 35 वर्षीय अभिनेत्री ने 2018 में रिलीज हुई ‘मित्रों’ से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की। उनके पास एक और प्रोजेक्ट है। वह प्रतीक गांधी के साथ ‘फॉर योर आईज ओनली’ में भी हैं।

इस बारे में बात करते हुए कि उन्हें कौन सा किरदार निभाना मुश्किल लगता है- खुद से बिल्कुल अलग किरदार या फिर खुद से मिलता-जुलता किरदार। इस पर कृतिका ने आईएएनएस को बताया, “एक आदर्श किरदार वह होता है जिसमें ऐसे गुण और भावनाएं हों जिससे आप कनेक्ट कर सकें, लेकिन उस किरदार का जीवन आपसे (एक्टर) बिल्कुल अलग हो। मैं ऐसे किरदारों की तलाश करती हूं जो मुझे ऐसी परिस्थितियों की कल्पना करने के लिए मजबूर करें जिनमें मैं कभी नहीं रही।”

उन्होंने आगे कहा कि ऐसी चीजें जो मैंने कभी नहीं की या महसूस नहीं कीं। लेकिन उस स्थिति में होना तभी संभव है जब आपकी उस चरित्र से कुछ समानता हो और सभी अच्छे से लिखे गए पात्रों में यह होता है। बस आपको उसका इतिहास, उससे जुड़ी भावना या उस किरदार के सिद्धांत पर काम करना होता है। बाकी आप अभिनव यात्रा में अनुभव के साथ सीख लेते हैं।

अभिनेत्री को हाल ही में “ग्यारह ग्यारह” सीरीज में देखा गया था, जो कोरियाई नाटक “सिग्नल” का रूपांतरण है। उनका अगला प्रोजेक्ट मटका किंग है, जिसके निर्माता राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता नागराज मंजुले हैं। ‘मटका किंग’ मुंबई में शुरू हुए मटका जुए की जटिल दुनिया को दर्शाता है। इस सीरीज में विजय वर्मा मटका किंग की मुख्य भूमिका में हैं।

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