हरियाणा रोडवेज के कर्मचारियों ने सोमवार को सोनीपत डिपो पर हरियाणा रोडवेज कर्मचारी संघ मोर्चा के बैनर तले दो घंटे का विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद, कर्मचारियों ने परिवहन मंत्री के नाम सोनीपत डिपो के महाप्रबंधक को एक ज्ञापन सौंपा।
यूनियन नेता रामपत गोरड़, संजय, संजीव और मंजीत पहल ने कहा कि सरकार हरियाणा रोडवेज विभाग की उपेक्षा कर रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम जनता, व्यापारियों, छात्रों और छात्राओं द्वारा पसंद की जाने वाली किफायती और सुरक्षित परिवहन सेवाएँ तेज़ी से निजी ऑपरेटरों को सौंपी जा रही हैं। परिवहन मंत्री जहाँ हर गाँव तक सरकारी बसें पहुँचाने का दावा करते हैं, वहीं इलेक्ट्रॉनिक बसों और किलोमीटर स्कीम बसों को शामिल करने से विभाग को भारी नुकसान हो रहा है और निजी कंपनियों को फ़ायदा हो रहा है।
यूनियन ने ड्राइवरों और कंडक्टरों की भारी कमी और रोडवेज वर्कशॉप में कर्मचारियों की कमी पर भी प्रकाश डाला। बेरोजगारी कम करने के सरकारी दावों के बावजूद, विभाग में सैकड़ों पद खाली हैं, जिससे मौजूदा कर्मचारियों पर काम का बोझ और तनाव बढ़ रहा है।
यूनियन नेताओं ने कहा कि सरकार ने बातचीत की है और माना है कि कर्मचारियों की माँगें जायज़ हैं, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि इस निष्क्रियता के कारण कर्मचारियों को आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है।

