आज जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में अध्यक्ष ने हंसपाल को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके उल्लेखनीय योगदान पर प्रकाश डाला। 86 वर्षीय हंसपाल ने 1980-1992 तक राज्यसभा में पंजाब का प्रतिनिधित्व किया और 1970 से नामधारी दरबार इंटरनेशनल संगठन के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
अध्यक्ष ने एक नेता के रूप में हंसपाल की समाज के प्रति सेवाओं की प्रशंसा करते हुए कहा कि उन्हें उनके समर्पण के लिए सदैव याद किया जाएगा।
संधवां ने हंसपाल की आत्मा की शांति तथा उनके परिवार को इस कठिन समय में शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की।
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