दिल्ली के उत्तरी जिले में लूट, छिनैती और झपटमारी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस ने 17 अक्टूबर से 16 नवंबर तक एक महीने का विशेष अभियान चलाया है।
इस दौरान जिले के हर थाने में अलग-अलग टीमें बनाई गईं, जिनका एकमात्र काम पुरानी और नई छिनैती-लूट की घटनाओं को जल्दी से जल्दी सुलझाना है। साथ ही रात-दिन गश्त बढ़ाई गई और संवेदनशील इलाकों में कभी भी अचानक चेकिंग की जा रही है, ताकि लोगों को पुलिस की मौजूदगी का एहसास हो।
पुलिस के मुताबिक, अभियान का नतीजा बहुत अच्छा रहा। कुल 19 बड़े मामले सुलझाए गए और 32 अपराधियों के अलावा 5 नाबालिग अपराधी (सीसीएल) सहित कुल 37 लोग गिरफ्तार किए गए। इनमें चोरी का माल खरीदने वाला एक रिसीवर भी शामिल है। पुलिस ने अपराधियों से 30 ग्राम सोना, 13 मोबाइल फोन, छह बाइक, दो स्कूटी, एक ई-रिक्शा, चाकू और लोहे की रॉड जैसी चीजें बरामद कीं। ये सभी चीजें वारदातों में इस्तेमाल हुई थीं।
इस अभियान में चांदनी चौक, कोतवाली, तिमारपुर, सब्जी मंडी, गुलाबी बाग, लाहौरी गेट, और सिविल लाइंस जैसे इलाकों में हुई कई सनसनीखेज वारदातें सुलझीं। कोड़िया पुल के पास एक शख्स से सोने की चेन, मोबाइल और हैंडबैग लूटा गया था। दोनों लुटेरे पकड़े गए। सब्जी मंडी में सुबह-सुबह एक महिला की चेन छीनकर उन पर लाठी-डंडों से हमला किया गया था। पूरा गैंग पकड़ा गया। सिविल लाइंस मेट्रो स्टेशन के बाहर पोस्टर लगाते समय एक शख्स का फोन छीना गया था। वह फोन भी बरामद हो गया। इसी तरह नया आईफोन 16 प्रो और कई महंगे फोन भी अपराधियों के पास से मिले।
उत्तरी जिले के डीसीपी जतिन नरवाल ने बताया कि ज्यादातर अपराधी नशे की लत में ये वारदातें करते थे और कई पहले भी जेल जा चुके हैं। अभियान की सफलता से लोगों को राहत मिली है और अब भी छिनैती-लूट के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति जारी रहेगी। आने वाले दिनों में ऐसे विशेष अभियान और तेजी से चलाए जाएंगे, ताकि दिल्ली की सड़कें और गलियां पूरी तरह सुरक्षित रहें।


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