हैदराबाद, सनराइजर्स हैदराबाद के बल्लेबाज अभिषेक शर्मा ने शुक्रवार को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 12 गेंदों में 37 रनों की आक्रामक पारी के बाद अपने आदर्श युवराज सिंह और पूर्व एसआरएच कोच ब्रायन लारा को धन्यवाद दिया।
उनकी पावरप्ले में केवल 12 गेंदों पर 37 रनों की तूफानी पारी ने चेन्नई की गेंदबाजी को शुरुआत में ही ध्वस्त कर दिया। दिसंबर 2022 के बाद पहली बार किसी प्रतिस्पर्धी मैच में खेल रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी के पारी के दूसरे ओवर में अभिषेक ने दो चौके और तीन छक्के लगाते हुए 27 रन बटोरे।
अभिषेक ने चाहर को क्रमशः छह और चार के लिए मारकर अपने शॉट्स का प्रवाह जारी रखा, लेकिन वह केवल 12 गेंदों पर 37 रन बनाकर बैकवर्ड पॉइंट पर लपके गए। हेड और मार्करम ने आपस में छह चौके लगाए क्योंकि हैदराबाद ने छह ओवर के पावर-प्ले को 78/1 पर समाप्त किया।
मैच के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी अभिषेक ने कहा, “गेंदबाजी करते समय, हमें लगा कि यह थोड़ा धीमा विकेट है। इसलिए हम जानते थे कि अगर हम पावरप्ले में हिटिंग चालू रखते हैं, तो उसके बाद हम प्रवाह के साथ आगे बढ़ सकते हैं।” सनराइजर्स हैदराबाद ने यह मुकाबला छह विकेट से जीता।
अभिषेक ने कहा,”हमारे पास आईपीएल से पहले अच्छी तैयारी करने का मौका था। हम जानते थे कि यह थोड़ा धीमा होगा। लेकिन ज्यादा नहीं। अगर हम गेंदबाज को मारते हैं, तो यह गेंदबाज के लिए भी मुश्किल होता है। बड़े स्कोर मायने रखते हैं, लेकिन मैं आज के प्रवाह के साथ गया, यह सब मेरी कड़ी मेहनत है जिसके लिए मैंने अपने पिता, युवी पाजी और ब्रायन लारा को विशेष धन्यवाद दिया है।”
मुंबई इंडियंस के खिलाफ 23 गेंदों में 63 रनों की पारी के बाद यह अभिषेक का दूसरा प्लेयर ऑफ द मैच पुरस्कार था।
अभिषेक के जाने के बाद कार्यभार संभालने वाले एडेन मार्करम ने अपने शांत स्वभाव का परिचय देते हुए पारी को शिष्टता और सटीकता के साथ आगे बढ़ाया। उनकी 36 गेंदों में 50 रन की पारी ने वह आधार प्रदान किया जिसके चारों ओर सनराइजर्स की पारी घूमती रही और बाद में ग्यारह गेंद शेष रहते हुए छह विकेट से मैच जीत लिया।
टीम को लक्ष्य तक पहुंचाने वाले एडन मारक्रम ने भी अभिषेक की बातों से सहमति दिखाई। उन्होंने कहा, “हमने देखा कि हमारी पहले 10 ओवर की गेंदबाज़ी में सब सही था। हालांकि, इसके बाद तेज़ी से रन बनाना लगातार मुश्किल होता चला गया। बल्लेबाज़ी के समय हमने पहले 10 ओवरों का अधिक से अधिक लाभ लेने का फ़ैसला किया था ताकि हम मज़बूत स्थिति में पहुंच सकें। पावरप्ले में आपने देखा होगा कि अब टीमें आक्रमण कर रही हैं और यही सही तरीका भी है।”
नई पिच बल्लेबाज़ों के लिए जन्नत साबित हुई है और यहां हुए पहले मैच में ही बल्लेबाज़ी के तमाम रिकॉर्ड्स टूटे थे। शुक्रवार को चेन्नई ने पहले 10 ओवरों में दो विकेट के नुकसान पर 84 रन बना लिए थे, लेकिन गेंद पुरानी होने पर रन बनाना मुश्किल हो गया था। हैदराबाद के गेंदबाज़ों ने गति में मिश्रण किया और अच्छी लेंथ को भी पकड़े रखा। अंतिम सात ओवरों में चेन्नई ने केवल 50 रन ही बनाए थे। शिवम दुबे ने 24 गेंदों में 45 रनों की पारी खेलते हुए अपनी टीम को ठीक स्कोर तक पहुंचाया था।
हैदराबाद के कप्तान पैट कमिंस ने रणनीति पर कहा, “भाग्य से हमारे पास कई तेज़ गेंदबाज़ थे। शिवम स्पिनर्स के ख़िलाफ़ अच्छा खेल रहे थे तो हमने सोचा कि थोड़े ऑफ़ कटर्स डालकर कोशिश की जाए।” कमिंस, भुवनेश्वर कुमार और जयदेव उनादकट की इकॉनमी आठ से कम की रही तो वहीं चौथे तेज़ गेंदबाज़ टी. नटराजन ने 9.75 की इकॉनमी से रन खर्च किए।
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