कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय (केयू) के कुलपति सोम नाथ सचदेवा ने सोमवार को यहां आयोजित एक बैठक में 2025-26 शैक्षणिक वर्ष के लिए अप्रेंटिसशिप एम्बेडेड डिग्री प्रोग्राम (एईडीपी) के शुभारंभ की औपचारिक घोषणा की।
उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय राज्य में यूजीसी-अनुरूप, वजीफा-आधारित अप्रेंटिसशिप डिग्री कार्यक्रम शुरू करने वाला पहला विश्वविद्यालय है। सचदेवा ने एईडीपी की प्रमुख विशेषताओं पर प्रकाश डालते हुए एक फ़्लायर भी जारी किया।
बैठक में रजिस्ट्रार डॉ. वीरेंद्र पाल, डीन (शैक्षणिक मामले) दिनेश कुमार और एईडीपी समन्वयक मंजुला चौधरी भी उपस्थित थे।
सचदेवा ने कहा, “यूजीसी ने उच्च शिक्षा को और अधिक कौशल-प्रधान और उद्योग-एकीकृत बनाने की आवश्यकता पर सही ही ज़ोर दिया है। केयू के ये कार्यक्रम इसी दृष्टिकोण को दर्शाते हैं, जो अकादमिक कठोरता को वास्तविक समय के औद्योगिक अनुभव के साथ जोड़ते हैं – छात्रों को सार्थक करियर के लिए तैयार करते हैं।”
चौधरी ने बताया कि विश्वविद्यालय चार स्नातक कार्यक्रमों – बीकॉम (प्रोफेशनल), बीएमएस (इवेंट मैनेजमेंट), बीसीए (इंडस्ट्री-लिंक्ड) और बीएससी (मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी – एमएलटी) के लिए ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित कर रहा है। चौधरी ने बताया कि ये तीन वर्षीय, अभ्यास-उन्मुख कार्यक्रम हैं, जिनमें तीसरा वर्ष 9,000 रुपये के न्यूनतम मासिक वजीफे के साथ सशुल्क अप्रेंटिसशिप के लिए समर्पित है।
उप निदेशक (जनसंपर्क) जिम्मी शर्मा ने कहा कि किसी भी स्ट्रीम में बारहवीं कक्षा उत्तीर्ण करने वाले छात्र इन कार्यक्रमों के लिए आवेदन करने के पात्र हैं। उन्होंने बताया कि एईडीपी (एचबीआई-एईडीपी-25) के लिए सूचना पुस्तिका तथा ऑनलाइन आवेदन पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।
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