फतेहगढ़ साहिब, 27 जुलाई
पुलिस ने पिछले 10 दिनों से सरहिंद चोई के तट पर कचरा डंप करने का विरोध कर रहे सरहिंद शहर के निवासियों को जबरन हटा दिया और साइट पर कचरा उतारना फिर से शुरू करवा दिया।
सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने सुबह-सुबह इलाके को घेर लिया। नगर परिषद के सफाई कर्मचारी पुलिस सुरक्षा में कूड़े की ट्रॉलियां लेकर आए और कूड़ा डालना शुरू कर दिया।.
पूर्व पार्षद अजायब सिंह और सामाजिक कार्यकर्ता विजय पाठक और गुरविंदर सिंह सोही ने कहा कि शांतिपूर्वक विरोध कर रहे निवासियों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई लोकतंत्र की हत्या है क्योंकि उन्हें अपने क्षेत्रों को बीमारियों और बाढ़ से बचाने के लिए विरोध करने का पूरा अधिकार है।
उन्होंने आरोप लगाया कि चोए तटों पर कचरा फेंकने से क्षेत्र में बाढ़ आ गई जिससे जान-माल को नुकसान हुआ। कूड़े के ढेर से चोए का बहाव रुक गया और इसका पानी रिहायशी इलाकों में घुस गया। इसके अलावा, कूड़े से दुर्गंध फैलती है और यह कई बीमारियों को निमंत्रण देता है।
उन्होंने कहा कि डंपिंग साइट को स्थानांतरित करने की उनकी दलीलों को अनसुना कर दिया गया।
काउंसिल के अध्यक्ष अशोक सूद ने कहा कि मामला जल्द ही सुलझा लिया जाएगा क्योंकि 1 करोड़ रुपये की लागत से एमआरएफ शेड के निर्माण के लिए टेंडर जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि निविदाएं 1 अगस्त को खोली जाएंगी और वे डंप को स्थानांतरित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।