कांगड़ा जिला प्रशासन ने आगामी शीतकालीन बर्फबारी और वर्षा से पहले आपदा प्रबंधन के लिए व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। उपायुक्त हेमराज बैरवा ने आपदा तैयारियों पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सभी विभागों को आपात स्थिति के दौरान हाई अलर्ट पर रहने तथा निर्बाध समन्वय सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
उन्होंने जनता तक मौसम पूर्वानुमान का समय पर प्रसार करने के महत्व पर बल दिया ताकि निवासी पहले से ही निवारक उपाय कर सकें। बैरवा ने घोषणा की कि भारी बर्फबारी वाले क्षेत्रों में ट्रैकिंग गतिविधियां प्रतिबंधित रहेंगी, तथा उन्होंने अधिकारियों को संभावित नुकसान को कम करने के लिए भूस्खलन की आशंका वाले सड़कों और क्षेत्रों की सूची तैयार करने का निर्देश दिया।
लोक निर्माण, सिंचाई एवं जन स्वास्थ्य विभाग और विद्युत विभागों को तत्काल तैनाती के लिए जेसीबी मशीनें और आवश्यक उपकरण तैयार रखने को कहा गया है। खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग को दूरदराज और बर्फीले इलाकों में राशन और दवाओं की कमी न हो, इसके लिए पर्याप्त मात्रा में स्टॉक रखने के निर्देश दिए गए हैं।
त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए जिला और उप-मंडल दोनों स्तरों पर आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष चालू किए जाएंगे। प्रत्येक विभाग शीतकालीन तैयारियों के लिए एक नोडल अधिकारी नियुक्त करेगा, जबकि उप-विभागीय मजिस्ट्रेट पंचायत प्रतिनिधियों और स्वयंसेवकों के साथ समन्वय बैठकें आयोजित करेंगे।
बैठक में पुलिस अधीक्षक अशोक रतन, एडीएम शिल्पी बेक्टा तथा पीडब्ल्यूडी, आईपीएच, वन, विद्युत, खाद्य आपूर्ति और पुलिस सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

