भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत को प्रधानमंत्री मोदी पर जनता के अटूट विश्वास का नतीजा बताया।
शनिवार को समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार के जनता ने चुनावी नतीजों के रूप में यह बता दिया कि अब किसी भी सूरत में जंगलराज को स्वीकार नहीं किया जा सकता है। अब इस देश में राजनीति केवल विकास पर ही होगी। जो भी राजनीतिक दल विकास से किसी भी प्रकार का समझौता करेंगे, उन्हें किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा। हमारे लिए विकास मायने रखता है।
भाजपा नेता ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों ने एम-वाय की नई परिभाषा भी गढ़ने का काम किया। पहले ‘एम-वाय’ का मतलब सिर्फ मुस्लिम यादव से होता था। लेकिन, आज की तारीख में इसका मतलब ‘महिला और युवाओं’ से है। अब देश-प्रदेश की जनता उसी राजनीतिक दल को जगह देने वाली है, जो महिला और युवाओं की बात करेगा। इन दोनों के हितों के साथ किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।
उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें किसी भी सूरत में लोकतंत्र और संविधान जैसे विषयों पर किसी भी प्रकार की बातें कहने का कोई नैतिक हक नहीं है, क्योंकि ये वही राहुल गांधी है, जो पाकिस्तानी घुसपैठियों के समर्थन में यात्राएं निकाल चुके हैं। ऐसी स्थिति में क्या राहुल गांधी जैसे नेता को संविधान और लोकतंत्र पर किसी भी प्रकार की बात कहने का कोई नैतिक हक नहीं है। बिहार की जनता ने इन्हें इनके कारनामों की सजा दी है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुघ ने पश्चिम बंगाल के संदर्भ में कहा कि हमें पूरा विश्वास है कि आगामी दिनों में वहा (पश्चिम बंगाल) पर भी लोग नक्सलवाद और माओवाद के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए मतदान करेगी। अब ममता बनर्जी को यह समझना होगा कि वहां की जनता ने अब उन्हें सत्ता से बेदखल करने का संकल्प ले लिया है, जिसे वो हर कीमत में पूरा करके रहेंगे। अब ममता बनर्जी को यह बात समझनी होगी कि वहां जनता ने सुशासन पर चलने वाली सरकार को सत्ता में लाने का पूरा मन बना लिया है। अब पश्चिम बंगाल की जनता एक ऐसी सरकार चाहती है, जो जनता के हितों को प्राथमिकता दे और उनके हितों के साथ किसी भी प्रकार की समझौता नहीं करे, क्योंकि इस बात को खारिज नहीं किया जा सकता है कि मौजूदा समय में पश्चिम बंगाल में जनता ममता बनर्जी के शासनकाल में त्रस्त हो चुकी है। ऐसी स्थिति में वहां की जनता ने अब बदलाव का पूरा मन बना लिया है।
इसके अलावा, उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि केंद्र सरकार का आतंकवाद के खिलाफ सख्त रूख बरकार है। इस देश में अब किसी भी प्रकार की आतंकी घटना को स्वीकार नहीं किया जाएगा। आतंकी घटना में संलिप्त आतंकवादी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। आतंकवाद के खिलाफ केंद्र की मोदी सरकार ‘जीरो टॉलरेंस’ की नीति के तहत काम कर रही है और इस नीति के साथ अब किसी भी प्रकार का समझौता स्वीकार नहीं किया जाएगा।

