महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने पुणे ब्रिज हादसे पर दुख जताया है। उन्होंने राहत-बचाव अभियान को तेज करने का निर्देश दिया है और कहा कि दुर्घटना के कारणों की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
एनसीपी नेता अजित पवार ने बयान में कहा कि मावल तालुका के कुंदमाला में इंद्रायणी नदी पर पुल ढहने से हुई दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण और दर्दनाक है। दुर्घटना के कारणों की जांच के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। प्रारंभिक जानकारी है कि दुर्घटना में कुछ नागरिक और पर्यटक नदी की धारा में बह गए। दुर्घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय नागरिक और स्थानीय प्रशासन तुरंत दुर्घटना स्थल पर पहुंचे और बचाव और राहत कार्य शुरू कर दिया है।
उन्होंने कहा, “जिला प्रशासन और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) भी दुर्घटना के कुछ ही समय बाद घटनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने भी बचाव तथा राहत कार्य शुरू कर दिया है। घायल नागरिकों को सभी आवश्यक चिकित्सा उपचार प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रारंभिक जानकारी मिली है कि इस पुल की स्थिति जर्जर है। इसलिए, प्रशासन को इस दुर्घटना की गहन जांच करने के निर्देश दिए गए हैं और अगर रखरखाव में कोई लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
उपमुख्यमंत्री ने यह भी स्पष्ट किया है कि राज्य सरकार इस संकट के समय प्रभावित नागरिकों और उनके परिवारों के साथ मजबूती से खड़ी है। घायलों को सरकार के माध्यम से तत्काल आवश्यक चिकित्सा सहायता प्रदान की जाएगी। अफवाहों पर विश्वास करने की बजाय, केवल आधिकारिक एजेंसियों से प्राप्त जानकारी पर ही भरोसा करना चाहिए। उन्होंने सभी से धैर्य रखने और प्रशासन के साथ सहयोग करने की अपील की है।
वहीं, एनडीआरएफ ने बताया कि पुणे के मावल में पुल ढहने की घटना के बाद अब तक 38 लोगों को बचाया गया है। दो लोगों के शव बरामद हुए हैं। बचाव कार्य जारी है।