N1Live National छात्रों ने एनटीए से कहा, दूर की जाएं यूजीसी नेट की अनियमितताएं
National

छात्रों ने एनटीए से कहा, दूर की जाएं यूजीसी नेट की अनियमितताएं

Students told NTA, irregularities in UGC NET should be removed

नई दिल्ली, 9 जनवरी। यूजीसी नेट की परीक्षा देने वाले कई छात्रों का कहना है कि कुछ विषयों की उत्तर कुंजी (आंसर की) में पचास प्रतिशत से अधिक उत्तर गलत हैं। इन छात्रों ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) से विसंगतियां दूर करने की मांग की है।

इस संदर्भ में छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने यूजीसी एवं एनटीए के समक्ष लिखित में यह मांग रखी है। छात्रों का कहना है कि कुछ विषयों की जारी उत्तर कुंजी में पचास प्रतिशत से अधिक उत्तर गलत होने का संज्ञान लिया जाना चाहिए। इन गलतियों को तत्काल सुधार की आवश्यकता है ताकि छात्रों के बीच उत्पन्न हुई असमंजस व अनिश्चिता की स्थिति दूर हो सके।

अभाविप ने मांग की है कि आवेदन से लेकर परिणाम जारी होने तक आने वाली सभी अनियमितताओं पर ध्यान देते हुए पूरी प्रक्रिया को गलती रहित बनाया जाए। छात्र संगठन का मानना है कि इस प्रकार की गंभीर अनियमितताओं से छात्रों के समय एवं भविष्य दोनों ही संकट में आते हैं।

गौरतलब है कि 5 जनवरी को एनटीए द्वारा यूजीसी नेट परीक्षा की उत्तर कुंजी जारी की गई थी। इसमें कुछ विषयों में (विशेषतया आर्किटेक्चर सहित) अनेकों छात्रों द्वारा मिलान किया गया तो पचास प्रतिशत से भी अधिक उत्तर गलत पाए गए।

छात्रों का कहना है कि इतने अधिक उत्तरों के हेतु एक अभ्यर्थी द्वारा आवेदन किया जाना भी संभव नहीं है। छात्रों ने दोनों ही संस्थाओं से संपर्क का प्रयास भी किया, जिसका कोई उत्तर नहीं मिला। पूर्व में यूजीसी नेट के आवेदन के समय भी तकनीकी समस्या के चलते अनेकों छात्र परीक्षा में आवेदन नहीं कर पाए थे। अभाविप ने पत्र लिखकर दोनों ही संस्थाओं से इस प्रकार की गंभीर अनियमितताओं को तत्काल प्रभावी कदम उठाकर दूर करने की मांग की है।

अभाविप के याज्ञवल्क्य शुक्ल ने कहा कि एनटीए द्वारा आयोजित यूजीसी नेट की परीक्षा में बार-बार इस प्रकार गंभीर अनियमितताओं का आना दुर्भाग्यपूर्ण एवं अस्वीकार्य है। जहां देश एनईपी के माध्यम से देश में शिक्षा क्षेत्र में व्यापकता एवं अवसरों का निर्माण कर रहा है, वहीं, एनटीए द्वारा परीक्षाओं में इस प्रकार की अनियमितताएं छात्रों के भविष्य को अधर में डालने वाली हैं।

अभाविप की मांग है कि तत्काल संज्ञान में लेकर एनटीए द्वारा इन अनियमितताओं को दूर करना चाहिए।

Exit mobile version