शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता सुधाकर बडगुजर मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में औपचारिक रूप से शामिल हो गए। उनके साथ शिवसेना के बबन घोलप, कांग्रेस और अन्य दलों के दर्जनों पूर्व पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी भाजपा में शामिल होंगे। उनके भाजपा में शामिल होने से नासिक शहर और जिले की राजनीति में बड़ा बदलाव आने की संभावना है, साथ ही ठाकरे गुट और कांग्रेस को करारा झटका लग सकता है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता परिणय फुके ने नासिक के शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पूर्व नेता सुधाकर बडगुजर के भाजपा में प्रवेश को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया है। फुके ने कहा कि भाजपा का देशभर में तेजी से विस्तार हो रहा है और लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व से प्रभावित होकर पार्टी की ओर आकर्षित हो रहे हैं। पिछले कई वर्षों से देवेंद्र फडणवीस ने महाराष्ट्र में जो विकास कार्य किए, उससे प्रभावित होकर कई बड़े नेता भाजपा में शामिल हो रहे हैं। सुधाकर बडगुजर भी उनके विकास कार्यों से प्रभावित होकर पार्टी में प्रवेश कर रहे हैं। हम उनका स्वागत करते है।
हालांकि, बडगुजर के भाजपा प्रवेश का स्थानीय स्तर पर विरोध भी देखने को मिला। नासिक पश्चिम की भाजपा विधायक सीमा हिरे ने इस कदम का कड़ा विरोध किया। फुके ने स्थानीय स्तर पर उठे इस विरोध पर टिप्पणी करते हुए कहा, “जब कोई पार्टी बढ़ती है और नए लोग उसमें शामिल होते हैं, तो पुराने और नए कार्यकर्ताओं के बीच कुछ मतभेद स्वाभाविक हैं। लेकिन भाजपा में ऐसी कोई बड़ी समस्या नहीं है। हम सब एकजुट होकर पार्टी को मजबूत करने के लिए काम करते हैं।”
आपको बता दें कि बडगुजर को हाल ही में ठाकरे गुट से पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में निष्कासित किया गया था। उनकी नाराजगी तब सामने आई जब उन्होंने संगठनात्मक बदलावों पर असंतोष जताया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात की थी। बडगुजर के भाजपा में शामिल होने से नासिक के सिडको क्षेत्र में पार्टी को मजबूती मिलने की उम्मीद है, जहां बडगुजर का ओबीसी समुदाय में प्रभाव है।