पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने बुधवार को पारंपरिक राजनीतिक नेताओं विशेष रूप से सुखबीर बादल और सुनील जाखड़ पर शादियों, रिसेप्शन और दावतों का आनंद लेते हुए तस्वीरें खिंचवाने के लिए निशाना साधा, जबकि राज्य के खाद्य उत्पादक अपनी मांगों को पूरा करने के लिए उपवास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह स्पष्ट रूप से इस ‘कुलीन’ राजनीतिक वर्ग की असंवेदनशीलता और कपटपूर्णता को दर्शाता है, जिसने दशकों तक राज्य पर शासन किया है। उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक नेता हमेशा अपने हितों की रक्षा के लिए एक-दूसरे के साथ सांठगांठ करते रहे हैं, जबकि राज्य और इसके लोगों के मामलों को अनदेखा करते रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि ये नेता अपने-अपने मंचों से एक-दूसरे के खिलाफ जहर उगलते हैं, लेकिन ऐसे निजी समारोहों में एक-दूसरे से गले मिलते हैं, जो उनके संदिग्ध चेहरे को उजागर करता है।
मुख्यमंत्री ने चुटकी लेते हुए कहा कि ये नेता यह कहकर अपने कदम को उचित ठहराएंगे कि यह उनका सामाजिक दायित्व है, लेकिन वे भूल जाते हैं कि उनके जहरीले भाषणों के कारण राज्य का सामाजिक ताना-बाना बिगड़ता है। उन्होंने कहा कि ये नेता अपने निहित राजनीतिक हितों के लिए लोगों को बांटते हैं, लेकिन शर्मनाक रूप से एक-दूसरे के साथ मिले हुए हैं।
उन्होंने कहा कि ये राजनीतिक नेता लोगों को मूर्ख बनाते हैं क्योंकि राज्य के गांवों में लोग राजनीतिक दलों के नाम पर एक-दूसरे से लड़ते हैं लेकिन ये नेता एक-दूसरे के विवाह और समारोहों में शामिल होते हैं और उन्हें गले लगाते हैं, जो आश्चर्यजनक है।
भगवंत सिंह मान ने कहा कि ऐसे लोगों को सबक सिखाया जाना चाहिए और लोगों को हमेशा आम आदमी की सरकार चुननी चाहिए। मुख्यमंत्री ने दोहराया कि पारंपरिक पार्टियां उनसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि वह एक आम परिवार से हैं
उन्होंने कहा कि ये नेता मानते हैं कि राज्य पर शासन करना उनका दैवीय अधिकार है, जिसके कारण वे यह पचा नहीं पा रहे हैं कि एक आम आदमी राज्य को कुशलतापूर्वक चला रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया है, लेकिन अब लोग उनके भ्रामक प्रचार में नहीं आ रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश की जनता ने उन राजनीतिक दलों को सत्ता से बेदखल कर दिया है जो हर पांच साल बाद सत्ता की कुर्सी का खेल खेलकर उन्हें लूटते थे।
उन्होंने कहा कि उनकी सरकार को लोगों ने सेवा का मौका दिया है और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्षी नेता अपने दिन की शुरुआत उन पर हमला करके करते हैं, क्योंकि वे उनकी सरकार द्वारा लिए गए जनहितैषी फैसलों से ईर्ष्या करते हैं।
अकाली नेताओं पर कटाक्ष करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अपनी जुबानी जमाखर्च के बावजूद ये नेता लोगों को कुछ भी ठोस देने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी गलत हरकतों के कारण ही अकाली नेताओं को अब लोगों के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में आम आदमी की ताकत सबसे ऊपर होती है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि जो लोग 25 साल तक राज करने का दावा करते थे, उन्हें लोगों ने राजनीतिक तौर पर भुला दिया है।
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